बंगाल स्कूल नौकरी घोटाला : आरोपित अर्पिता मुखर्जी अस्पताल में भर्ती

कोलकाता, 05 दिसंबर (हि. स.)। पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित स्कूल नौकरी घोटाले की मुख्य आरोपित और पूर्व शिक्षा मंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी को गुरुवार को कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अर्पिता मुखर्जी को पिछले महीने धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विशेष अदालत ने जमानत दी थी। जमानत उस समय मिली थी जब वे अपनी मां के निधन के कारण पांच दिन की पैरोल पर थीं।

गुरुवार सुबह गंभीर पेट संक्रमण की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

उल्लेखनीय है कि जुलाई 2022 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार किया था। उनकी कोलकाता स्थित दो आवासों से 50 करोड़ रुपये की नकदी और सोना बरामद हुआ था। इस मामले में पार्थ चटर्जी को भी गिरफ्तार किया गया था।

हालांकि अर्पिता मुखर्जी को पिछले महीने जमानत मिल गई थी, लेकिन पार्थ चटर्जी अभी भी दक्षिण कोलकाता के प्रेसीडेंसी सेंट्रल जेल में बंद हैं। बुधवार को सर्वोच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने चटर्जी की जमानत याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया।

जमानत मिलने के बाद से अर्पिता मुखर्जी अपने पैतृक आवास बेलघरिया में रह रही थीं, जो कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके में स्थित है। वहीं हाल ही में उनकी मां का निधन हुआ।

अदालत ने जमानत देते समय कुछ शर्तें लगाई थीं। उन्हें अपना पासपोर्ट जमा करना पड़ा और कोलकाता से बाहर जाने पर रोक लगाई गई।

इस बीच, प्रवर्तन निदेशालय ने स्कूल नौकरी घोटाले में अपना नया पूरक आरोपपत्र दायर किया है, जिसमें 29 नए व्यक्तियों और संस्थाओं के नाम जोड़े गए हैं। इनमें पार्थ चटर्जी की दिवंगत पत्नी के नाम पर बने एक ट्रस्ट और कुछ रियल एस्टेट, निजी शिक्षा और साइकिल निर्माण से जुड़ी कंपनियां शामिल हैं।

आरोपपत्र में एस. बसु रॉय एंड कंपनी का नाम भी शामिल है, जो स्कूल नौकरी परीक्षा के लिए ऑप्टिकल मार्क रिकग्निशन (ओएमआर) शीट की आपूर्ति का काम देखती थी। साथ ही पार्थ चटर्जी के दामाद कल्याणमय भट्टाचार्य का नाम भी जोड़ा गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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