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नाहन, 09 फ़रवरी (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में लग रहे स्मार्ट मीटर को लेकर किसान लगातार विरोध कर रहा है वहीं पांवटा साहिब के लोक निर्माण विश्रामगृह में भी रविवार को किसानों ने एक बैठक की और विरोध जताया और कहा कि स्मार्ट मीटर लगने से किसानों को भारी नुकसान होगा। बैठक में यह फैसला लिया गया कि पहले भी किसानों ने यहां धरने प्रदर्शन किए हैं आने वाले समय में और धरने प्रदर्शन किए जाएंगे।
मीडिया से रूबरू होते हुए संयुक्त किसान मोर्चा के अध्यक्ष तरसेम सिंह सगी ने बताया की 2 महीने पहले किसानों ने स्मार्ट मीटर के विरोध में रैली निकाली थी और एसडीएम पांवटा को ज्ञापन दिया था लेकिन समस्या अभी भी जस के तस बनी हुई है सरकार उनकी मांगों को नहीं मान रही है आज बैठक में यह फैसला लिया गया है कि अगर सरकार समय रहते बिजली मीटर योजना को रद्द नहीं करता तो किसान चुप नहीं बैठेंगे।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पहले भी किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है वही अब हिमाचल प्रदेश में भी कांग्रेस का रवैया किसानों के लिए ठीक नहीं है किसानों की अनदेखी करना सरकारों को आने वाले समय में भारी पड़ सकती है। इसके अलावा आज बैठक में यह फैसला लिया गया है कि इस बार समय रहते गेहूं के खरीद भी शुरू की जाए, ताकि फसल पिछले वर्ष की तरह बर्बाद ना हो,इसके साथ-साथ आवारा पशुओं की समस्या और टिप्परों के आतंक पर भी प्रशासन लगाम लगाई।
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हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर