उत्तराखंड एसटीएफ ने दो लेपर्ड की खाल के साथ वन्यजीव तस्कर को दबोचा

- एसटीएफ व डब्ल्यूसीसीबी दिल्ली की संयुक्त कार्रवाई से वन्यजीव अंगों की तस्करी रोकने में मिली सफलता

देहरादून, 09 अक्टूबर (हि.स.)। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) उत्तराखंड ने बुधवार को दो तेंदुआ (लेपर्ड) की खाल के साथ एक वन्यजीव तस्कर को उत्तरकाशी जनपद के पुरोला थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। एसटीएफ व डब्ल्यूसीसीबी दिल्ली की संयुक्त कार्रवाई से वन्यजीव अंगों की तस्करी रोकने में सफलता मिली है।

दरअसल, देश में वन्यजीव अंगों की तस्करी में लिप्त तस्करों की गतिविधियों की रोकथाम व धरपकड़ के लिए पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अभिनव कुमार ने एसटीएफ को कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने सख्त निर्देश दिए हैं कि वन्यजीवों की तस्करी में संलिप्त प्रत्येक तस्कर की कुंडली तैयार कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए।

वहीं पुलिस अधीक्षक (एसटीएफ) चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि उत्तराखंड एसटीएफ को डब्ल्यूसीसीबी दिल्ली से सूचना मिली कि पुरोला उत्तरकाशी क्षेत्र में वन्यजीव जंतुओं के अंगों तथा खाल की अवैध तस्करी हो रही है। उत्तराखंड एसटीएफ ने त्वरित कार्रवाई कर बुधवार को लीसा भंडार पुरोला को जाने वाले तिराहे के पास से एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही गिरफ्तार वन्यजीव तस्कर बृजमोहन (30) पुत्र जनक सिंह निवासी ग्राम गंगार तहसील मोरी थाना मोरी जिला उत्तरकाशी के पास से छह फीट और आठ फीट लंबे दो लेपर्ड की खाल बरामद किए है। लेपर्ड को वन्यजीव जंतु संरक्षण अधिनियम की पहली अनुसूची में रखा गया है। इसका शिकार करना गंभीर अपराध है। पकड़े गए तस्कर के विरुद्ध पुरोला उत्तरकाशी में वन्यजीव अधिनियम (वाइल्ड लाइफ एक्ट) के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है।

गहनता से छानबीन कर रही एसटीएफ, वन विभाग से जुटा रही जानकारी

वन्यजीव तस्कर से पूछताछ में मिली जानकारी के अनुसार एसटीएफ मामले मेें गहनता से छानबीन कर रही है। यदि इस मामले में अन्य किसी व्यक्ति की संलिप्तता मिलती है तो उसके विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। वन विभाग से भी जानकारी की जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण

   

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