सोनीपत में लागू हाेगी एक देश एक छात्र याेजना, विद्यार्थियाें काे मिलेगी नई पहचान
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- Nov 01, 2024
-एक देश-एक छात्र योजना
के तहत एपीएएआर आईडी को लागू
- इस योजना के अंतर्गत
जिले के 1302 सरकारी और निजी स्कूलों के 2,64,299 छात्र
सोनीपत, 1 नवंबर (हि.स.)। सोनीपत जिले में शिक्षा विभाग ने एक नई पहल के तहत छात्रों
को एक विशिष्ट शैक्षणिक पहचान प्रदान करने के उद्देश्य से एपीएएआर (ऑटोमेटेड परमानेंट
एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री) आईडी जारी करने का कार्य शुरू किया है। इस आईडी के जरिए
छात्रों का शैक्षणिक रिकॉर्ड ऑनलाइन उपलब्ध होगा, जो छात्रों की पहचान और उनके शैक्षणिक
इतिहास को एक ही प्लेटफॉर्म पर संजोएगा।
इस योजना के अंतर्गत सोनीपत जिले के 1302 सरकारी और निजी स्कूलों
के दाे लाख 64 हजार 299 छात्रों को एक स्थायी 12-अंकीय यूनिक आईडी दी जाएगी। यह आईडी छात्रों को
किसी भी स्कूल या उच्च शिक्षा संस्थान में पहचान बनाए रखने में सहायता करेगी और भविष्य
में रोजगार के अवसरों तक पहुँच को भी आसान बनाएगी। सोनीपत जिले के सभी स्कूलों में छात्रों के शैक्षणिक रिकॉर्ड
को डिजिटली संरक्षित करने के उद्देश्य से एपीएएआर आईडी की शुरुआत की गई है। इसका उद्देश्य
छात्रों की शैक्षणिक उपलब्धियों, व्यक्तिगत जानकारी, और अन्य महत्वपूर्ण विवरणों को
स्थायी रूप से संरक्षित करना है।
एपीएएआर आईडी छात्रों के परीक्षा परिणाम, रिपोर्ट कार्ड, स्वास्थ्य
कार्ड, लर्निंग आउटकम, ओलंपियाड, स्किल ट्रेनिंग और खेल संबंधी उपलब्धियों को डिजिटल
रूप से सुरक्षित रखेगी। इसे डिजी लॉकर से जोड़ा जाएगा, जिससे छात्र किसी भी समय अपने
दस्तावेजों को सुरक्षित रूप से एक्सेस कर सकेंगे। छात्रों के भविष्य में कहीं भी स्थानांतरण
होने पर उनका रिकॉर्ड और पहचान यथावत बनी रहेगी, जिससे शिक्षा प्रणाली में एकरूपता
आएगी और ड्रॉप-आउट की दर में कमी लाई जा सकेगी।
एपीएएआर आईडी योजना का उद्देश्य छात्रों को पूरे देश में एक
स्थायी शैक्षणिक पहचान प्रदान करना है, जो उन्हें उच्च शिक्षा, छात्रवृत्ति और रोजगार
के लिए एक प्रमाणिक दस्तावेज के रूप में मदद करेगी।
इस पहल से स्कूलों और छात्रों को
अपना रिकॉर्ड मैनेज करने में सुविधा होगी, जिससे प्रशासनिक प्रक्रिया भी सरल होगी। सोनीपत के जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, जितेंद्र छिक्कारा ने
इस योजना के महत्व को स्पष्ट करते हुए बताया कि एक देश-एक छात्र योजना के तहत एपीएएआर
आईडी को लागू किया जा रहा है। इसके माध्यम से छात्रों के सभी दस्तावेज सुरक्षित रूप
से डिजी लॉकर में संग्रहीत रहेंगे और किसी भी आपात स्थिति में उन्हें आसानी से प्राप्त
किया जा सकेगा। अधिकारी का मानना है कि यह आईडी छात्रों के भविष्य में शिक्षा और रोजगार
के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र परवाना