नई दिल्ली, 19 जनवरी (हि.स.)। बाहरी जिले के मुंडका इलाके के महिंद्रा लॉजिस्टिक ट्रांसपोर्ट कंपनी के दफ्तर में ठंड से बचने के लिए अंगीठी जलाकर सो रहे दो मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गई। पुलिस को घटना की सूचना शनिवार सुबह मिली। तीसरे मजदूर की हालत अभी गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी है।
डीसीपी सचिन शर्मा के अनुसार मुंडका के त्यागी विहार इलाके में ट्रांसपोर्ट कंपनी का दफ्तर है। दफ्तर में 44 वर्षीय राजेश, 46 वर्षीय राजेंद्र सिंह और 26 वर्षीय मुकेश पांडेय ट्रकों से सामान उतारने और लादने का काम करते थे। देर रात तक काम होने के चलते तीनों कंपनी के दफ्तर में ही गए। शुक्रवार रात तीनों खाना खाने के बाद ठंड से बचने के लिए कोयले की अंगीठी जलाकर सो गए। इस दौरान दम घुटने से तीनों बेहोश हो गए।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पड़ोस में चाय की दुकान चलाने वाले पवन उन्हें चाय पिलाने के लिए आते थे। शनिवार सुबह वह चाय देने गया तो किसी ने दरवाजा नहीं खोला। उसने खिड़की के ऊपर से तीनों पर पानी फेंक कर जगाने की कोशिश की, लेकिन तीनों में कोई हरकत नहीं हुई। इसके बाद पुलिस को घटना की सूचना दी गई। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर अंदर जाकर जांच-पड़ताल की तो मुकेश की सांसें चल रही थीं। पीसीआर ने तीनों को सोनिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने राजेंद्र और राजेश को मृत घोषित कर दिया। जबकि मुकेश को संजय गांधी अस्पताल में रेफर कर दिया। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
डीसीपी के अनुसार राजेंद्र सिंह इटावा के पीलू खेड़ा तहसील के अराजी जादोपुर गांव का रहने वाला था। मृतक के परिजनों के आने का इंतजार किया जा रहा है। राजेश के परिजन दिल्ली के लाडपुर गांव के रहने वाले हैं। वहीं मुकेश मूलरूप से उप्र के संत रविदास नगर का रहने वाला है।
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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी