छठ व्रत : मिनी भारत सूरत में बिखरी बिहार-पूर्वी उप्र की लोक संस्कृति
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- Nov 07, 2024
-सूर्य पुत्री तापी नदी के किनारे, नहर और तालाबों में उमड़े व्रति
सूरत, 07 नवंबर (हि.स.)। सूर्यपुत्री तापी नदी के किनारे बसे सूरत शहर में गुरुवार शाम बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश की लोक आस्था और संस्कृति की छटा बिखरी। लोक आस्था के पर्व छठ व्रत के मौके पर तापी नदी के किनारे, नहर और तालाबों में हजारों लोगों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया गया। सूरत से अपने गांव-घर छठ पर्व मनाने जाने वालों को लेकर इस साल भी रेलवे की व्यवस्था नाकाफी साबित हुई थी। दर्जनों विशेष ट्रेन चलाने के बावजूद सूरत के उधना रेलवे स्टेशन पर बिहार और उत्तर प्रदेश जाने वाले ट्रेनों में अपरंपार भीड़ उमड़ी थी।
टेक्सटाइल और डायमंड सिटी सूरत में बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों की संख्या करीब 15 से 20 लाख है। इनमें कई परिवार पीढ़ियों से सूरत में बसे हैं। छठ पूजा में यहां प्रशासन की ओर से 20 जगहों पर अर्घ्य देने की व्यवस्था की जाती है। इसमें सामाजिक संगठनों की भी सहभागिता रहती है। सूरत में करीब 7 लाख लोग इन स्थलों पर उमड़कर छठ व्रत में सहभागी होते हैं सूरत में बिहार के लोगों के पुराने संगठन बिहार विकास परिषद के अध्यक्ष धर्मेश सिंह बताते हैं कि हर साल ट्रेनों की भीड़ को देखते हुए बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के बड़ी संख्या में लोग सूरत में ही छठ पूजा मनाते हैं। सूरत महानगर पालिका भी इसमें भरपूर सहयोग करती है। बिहार विकास परिषद की ओर से सूरत के जहांगीरपुरा तापी घाट और डभोली घाट पर व्रतियों को अर्घ्य देने की व्यवस्था की गई है। इसमें गुरुवार शाम हजारों व्रतियों ने अस्ताचल गामी सूर्य को अर्घ्य दिया। इसके अलावा छठ पूजा मानव सेवा समिति की ओर से डिंडोली तालाब में व्रतियों को अर्घ्य देने की व्यवस्था की गई है।
समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र उपाध्याय समेत अन्य सदस्य यहां सारी व्यवस्था में जुटे हैं। इस तालाब के किनारे वर्षों से छठ पूजा होने के कारण महानगर पालिका ने डिंडोली तालाब का नामकरण छठ सरोवर के रूप में किया है। बिहार विकास मंडल की ओर से तापी नदी के वियर कम कोजवे पर छठ व्रतियों के अर्घ्य देने की व्यवस्था की गई है। तापी नदी के किनारे से कीचड़ आदि हटा कर घाट को सुंदर और स्वच्छ किया गया है। मंडल के अध्यक्ष प्रभुनाथ यादव ने कहा कि सूरत महानगर पालिका की ओर से शहर के 20 स्थलों पर छठ पूजा के लिए व्यवस्था की गई है। इसके अलावा शहर के अंदर से होकर गुजरने वाली नहर के किनारे भी बड़ी संख्या में व्रति अर्घ्य देने पहुंचे। पालनपुर नहर, डी मार्ट के पास सैकड़ों श्रद्धालुओं ने सूर्य को अर्घ्य दिया।
हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय