पुणे जिले के 21 विधानसभा क्षेत्रों की 137 ईवीएम की जांच के लिए 11 उम्मीदवारों ने जमा किये 66.64 लाख रुपये

- पुणे की बारामती सीट पर अजीत पवार की जीत को उनके भतीजे ने दी चुनौती

- 19 ईवीएम की जांच के लिए चुनाव आयोग के पास जमा किये 9 लाख रुपये

मुंबई, 01 दिसंबर (हि.स.)। पुणे जिले के 21 विधानसभा क्षेत्रों में से 11 उम्मीदवारों ने 137 ईवीएम की दोबारा जांच के लिए चुनाव आयोग से अनुरोध किया है। इन उम्मीदवारों ने सामूहिक रूप से जांच खर्च के लिए चुनाव आयोग को 66.64 लाख रुपये का भुगतान किया है। बारामती विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एपी) के अध्यक्ष अजीत पवार की जीत को उनके भतीजे युगेंद्र पवार ने चुनौती दी है।

युगेंद्र पवार ने बारामती विधानसभा क्षेत्र से अजीत पवार के खिलाफ बतौर राकांपा (एसपी) उम्मीदवार चुनाव लड़ा था। उन्होंने इस विधानसभा क्षेत्र की 19 ईवीएम की जांच के लिए चुनाव आयोग से अनुरोध किया है। उन्होंने इसके लिए आने वाले खर्च के रूप में चुनाव आयोग को 8.96 लाख लाख रुपये का भुगतान किया है। इसी तरह पुणे जिले के 21 विधानसभा क्षेत्रों में से 11 उम्मीदवारों ने 137 ईवीएम की दोबारा जांच के लिए चुनाव आयोग से अनुरोध किया है। इन उम्मीदवारों ने सामूहिक रूप से जांच खर्च के लिए चुनाव आयोग को 66.64 लाख रुपये का भुगतान किया है। इनमें हडपसर से उम्मीदवार प्रशांत जगताप और पुणे कैंट से कांग्रेस उम्मीदवार रमेश बागवे आदि हैं।

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के अनुसार उम्मीदवार अपने विधानसभा क्षेत्र में इस्तेमाल की गईं इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में से 5 फीसदी के माइक्रो कंट्रोलर की जांच करवा सकते हैं। उम्मीदवार को इस प्रक्रिया के लिए एक लिखित आवेदन और वेरिफिकेशन पर आने वाले खर्च को वहन करना होता है। इसके बाद उम्मीदवार और वीवीपीएटी निर्माण कंपनियों के इंजीनियर के समक्ष कड़ी निगरानी में ईवीएम के माइक्रो कंट्रोलर की जांच की जाती है।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव

   

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