सोनीपत: कुंडली-सिंघु बॉर्डर पर बैरिकेड्स हटाने का काम तेज

सोनीपत, 22 मार्च (हि.स.)। सोनीपत में नेशनल हाईवे-44 पर कुंडली-सिंघु बॉर्डर के पास

पिछले एक साल से लगे अवरोधों को हटाने का कार्य तेजी से चल रहा है। दिल्ली पुलिस और

प्रशासन ने जेसीबी व क्रेन की मदद से सीमेंट की दीवारें, लोहे के बैरिकेड्स और कंटीले

तारों को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे दिल्ली और हरियाणा को जोड़ने वाले

इस प्रमुख हाईवे पर यातायात जल्द ही पूरी तरह सामान्य होने की उम्मीद है। यह हाईवे देश की लाइफलाइन माना जाता है, जो दिल्ली से पंजाब

और पाकिस्तान बॉर्डर तक जाता है। बीते दो दिनों से फ्लाईओवर पर लगे अवरोधों को हटाने

का काम जोरों पर है।

13 फरवरी 2024 को संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा एमएसपी गारंटी कानून

की मांग को लेकर दिल्ली कूच के ऐलान के बाद प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से बॉर्डर को

सील कर दिया था। तब से दोनों फ्लाईओवर बंद थे, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ।

पहले 26 फरवरी को सर्विस रोड और 13 मार्च को दोनों सर्विस लेन खोली गईं, लेकिन मुख्य

हाईवे पर अवरोध बरकरार थे।

अब जेसीबी से करीब एक किलोमीटर लंबे क्षेत्र में बैरिकेड्स

तोड़े जा रहे हैं। भारी पत्थरों और कंक्रीट की दीवारों को हटाने के साथ-साथ मलबा उठाने

और सफाई के लिए मजदूर भी लगाए गए हैं। बड़े होर्डिंग बोर्ड हटाने का काम भी जारी है।

ट्रैफिक पुलिस वाहनों को धीरे-धीरे निकाल रही है ताकि कोई दुर्घटना न हो। इससे यात्रियों,

व्यापारियों और स्थानीय निवासियों ने राहत की सांस ली है।

कुंडली क्षेत्र में कई उद्योग और वेयरहाउस हैं, जो बॉर्डर

बंद होने से प्रभावित थे। सामान की आवाजाही रुकने से व्यापारियों को आर्थिक नुकसान

हुआ। हाईवे खुलने से ट्रांसपोर्टर्स और दुकानदारों को बड़ी राहत मिलेगी। सोनीपत के विधायक

निखिल मदान ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया था, और स्थानीय लोगों ने भी बॉर्डर

खोलने की मांग की थी। वाहन चालक सुदेश मल्होत्रा और अंकित ने बताया कि एक लेन खुली

होने से उन्हें घंटों जाम में फंसना पड़ता था। अब बैरिकेड्स हटने से उनकी मुश्किलें

खत्म होंगी। अगले एक-दो दिनों में फ्लाईओवर पूरी तरह खुलने की उम्मीद है, जिससे दिल्ली,

हरियाणा और पंजाब के बीच आवाजाही सुगम होगी।

हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना

   

सम्बंधित खबर