हिसार : वर्तमान सत्र में फार्मेसी विद्यार्थियों के लिए विशेषज्ञ व्याख्यान श्रृंखला की शुरु

गुजवि के फार्मास्यूटिकल साइंसेज विभाग ने शुरू किया कार्यक्रमहिसार, 5 दिसंबर (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के फार्मास्यूटिकल साइंसेज विभाग ने वर्तमान सत्र में फार्मेसी विद्यार्थियों के लिए विशेषज्ञ व्याख्यान श्रृंखला की शुरुआत की है। इस ऋंखला का उद्देश्य विद्यार्थियों को उद्योग के विशेषज्ञों व अकादमिक विद्वानों से सीखने के लिए एक मंच प्रदान करना है।

विशेषज्ञ व्याख्यान श्रृंखला का उद्घाटन गुरुवार को विभाग के अध्यक्ष प्रो. सुनील शर्मा व बीफार्मा प्रथम वर्ष के प्रभारी डॉ. मनोज कुमार ने किया। इस श्रृंखला में विभाग के पूर्व विद्यार्थी एवं वर्तमान में उद्योगों में प्रतिष्ठित पदों पर कार्यरत रोहित व जगमोहन विषय विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित रहे। प्रो. यशपाल सिंगला ने विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय की परीक्षा प्रणाली के बारे में जानकारी प्रदान की और उन्हें अपने ज्ञानवर्धन के लिए प्रेरित किया। उन्होंने विद्यार्थियों को अपने अकादमिक व पेशेवर करियर में सफल होने के लिए आवश्यक कौशल व ज्ञान के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी। डॉ. संजय परमार ने विद्यार्थियों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के बारे में जानकारी प्रदान की और इनके नकारात्मक प्रभावों के बारे में बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को भारत के ड्रग प्रिवेंशन एक्ट व नारकोटिक्स के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि मीडिया और समाज की भूमिका नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने में कितनी महत्वपूर्ण है। उन्होंने विद्यार्थियों को समझाया कि मीडिया और समाज के सहयोग से हम नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोक सकते हैं और समाज को स्वस्थ और सुरक्षित बना सकते हैं।

डॉ. नरेंद्र चौहान ने विद्यार्थियों को पुस्तकालय व संचार कौशल के बारे में बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को पढ़ने की आदतों में सुधार करने के तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने विद्यार्थियों को शब्दावली बढ़ाने के लिए भी सुझाव दिए। उनका व्याख्यान छात्रों के लिए बहुत उपयोगी था और उन्हें अपने अकादमिक और पेशेवर जीवन में सफल होने के लिए प्रेरित किया। विभागाध्यक्ष प्रो. सुनील शर्मा ने बताया कि यह व्याख्यान श्रृंखला विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी। इससे फार्मास्युटिकल के क्षेत्र में विद्यार्थियों के ज्ञान में वृद्धि होगी तथा इससे वर्तमान विद्यार्थियों, पूर्व विद्यार्थियों व उद्योग के विशेषज्ञों के बीच नेटवर्किंग के अवसर मिलेंगे। यह ऋंखला उद्योग में केरियर के लिए विद्यार्थियों के कौशल को बढ़ाएगी, जिससे विभाग व विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा और अधिक बढ़ेगी। अन्य वक्ताओं में ड्रग कंट्रोल ऑफिसर गुरुग्राम डॉ. सुरेश वर्मा, विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रो. यशपाल सिंगला, हिंदी विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. गीतू धवन, मनोविज्ञान विभाग के अध्यक्ष एवं ड्रग प्रिवेंशन ऑफिसर डॉ. संजय परमार, व उप पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. नरेंद्र चौहान उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

   

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