तीर्थपुरोहित समाज की संपत्तियों को अवैध कब्जों से मुक्त किये जाने का लिया गया फैसला

नई टिहरी, 27 अप्रैल (हि.स.)। श्री बदरीश पंडा पंचायत की वार्षिक बैठक में तीर्थपुरोहित समाज की संपत्तियों को अवैध कब्जों से मुक्त किये जाने का फैसला लिया गया। इस मौके पर पंचायत का वार्षिक बजट पारित करने के साथ ही भविष्य की कार्ययोजना भी बनाई गई।

तीर्थनगरी देवप्रयाग स्थित कार्यालय में शनिवार को बदरीनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों की सर्वोच्च संस्था श्री बदरीश पंडा पंचायत की दो दिवसीय वार्षिक बैठक आयोजित हुई। प्रवीन ध्यानी की अध्यक्षता में सचिव रजनीश मोतीवाल ने पंचायत का वार्षिक बजट रखा, जो सर्वसहमति से पारित हुआ। वहीं बैठक में भविष्य की कार्ययोजना भी रखी गई। जिसमें तीर्थपुरोहित समाज की विभिन्न स्थानों पर स्थित संपत्तियों को अवैध कब्जों से मुक्त कराये जाने का संकल्प लिया गया। साथ ही अवैध कब्जाधारियों के नाम सार्वजनिक किये जाने का फैसला भी लिया गया।

अध्यक्ष प्रवीन ध्यानी ने कहा कि धाम के तीर्थ पुरोहितों के लिए पिछले वर्ष विधिवत परिचय पत्र जारी किये गए हैं। जबकि नई टिहरी स्थित मन्दिर को भव्य रूप दिया गया है। बदरीनाथ धर्मशाला चौक का समतलीकरण, जोगीवाड़ा भूमि पर तारवाड, गरुड़ मन्दिर और देवप्रयाग संगम की व्यवस्था में सुधार किया गया है। बदरीनाथ धाम में लम्बे समय से चल रहे गोपाल मन्दिर विवाद का सर्वमान्य समाधान भी किया गया। कोषाध्यक्ष अशोक टोडरिया ने पंचायत का आय-व्यय का ब्यौरा रखते हुए तीर्थपुरोहितों के हितों में किए जा रहे कार्यों को गिनाया। वहीं जोगीवाड़ा स्थित भूमि पर अवैध कब्जा किये बाहरी लोगो को भी निकाला गया।

बैठक में उपाध्यक्ष सुधाकर बाबुलकर, सह सचिव राजेश पालीवाल, सदस्य गौरी भट्ट, अजय बंदोलिया आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/प्रदीप डबराल/सत्यवान/रामानुज

   

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