पर्वतीय बच्चों को अखर रही योग्यता के बावजूद सुविधाओं की कमी

- बागेश्वर के विद्यार्थी उत्तीर्ण होने के मामले में हाईस्कूल एवं इंटर दोनों में शीर्ष पर

नैनीताल, 30 अप्रैल (हि.स.)। उत्तराखंड की बोर्ड परीक्षाओं में हाईस्कूल एवं इंटर में दोनों जगह सर्वाधिक विद्यार्थियों के उत्तीर्ण होने के मामले में पर्वतीय प्रकृति का बागेश्वर जनपद शीर्ष पर रहा। अलबत्ता श्रेष्ठता सूची की बात करें तो सुविधाओं युक्त मैदानी जनपदों के एवं शहरों के विद्यार्थी आगे रहे। इससे कहा जा सकता है कि पर्वतीय जनपदों के विद्यार्थी उत्तीर्ण होने के लिहाज से अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद श्रेष्ठ प्रदर्शन करने के मामले में सुविधा संपन्न क्षेत्रों के बच्चों से पिछड़ रहे हैं। यानी उन्हें योग्यता के बावजूद सुविधाओं की कमी अखर रही है।

एक पक्ष यह थी है कि बदले दौर में जहां हर व्यक्ति थोड़ा भी समर्थ होने पर अपने बच्चों को प्राइवेट विद्यालयों में पढ़ाना चाहते हैं, जबकि यह सच्चाई है कि सुविधाओं, खेल के मैदान व पढ़ाने वाले शिक्षकों की योग्यता तथा वेतन के मामले में प्राइवेट व अन्य बोर्डों से संबद्ध अधिकांश प्राइवेट विद्यालय सरकारी विद्यालयों के समक्ष कहीं नहीं ठहरते। इस तरह सरकारी विद्यालयों में अब वे बच्चे ही पढ़ते हैं, जिनके पास प्राइवेट विद्यालयों में जाने की क्षमता या उपलब्धता नहीं है।

वहीं उत्तीर्ण परीक्षार्थियों के लिहाज से बात करें तो हाईस्कूल और इंटर दोनों में जनपद बागेश्वर प्रथम स्थान पर रहा है। बागेश्वर के सर्वाधिक 95.42 प्रतिशत विद्यार्थी हाइस्कूल में एवं 93 प्रतिशत विद्यार्थी इंटर में उत्तीर्ण हुए हैं। वहीं हाईस्कूल बोर्ड के विद्यार्थियों की मैरिट सूची की बात करें तो कुल 217 विद्यार्थियों की शीर्ष 25 की श्रेष्ठता सूची में पूरी तरह से पर्वतीय भौगोलिक क्षेत्र वाले अल्मोड़ा के 25, पिथौरागढ़ के 23, रुद्रप्रयाग के 18, चमोली के 14, उत्तरकाशी के 10 तथा बागेश्वर के 5 विद्यार्थी मैरिट सूची में हैं। वहीं अर्ध पर्वतीय व अर्ध मैदानी प्रकृति के नैनीताल जनपद के 20, पौड़ी के 20, टिहरी के 10 व चंपावत के 7 जबकि पूर्णतया मैदानी प्रकृति के उधमसिंह नगर जनपद के 38, हरिद्वार के 21 व देहरादून जनपद के 13 विद्यार्थी श्रेष्ठता सूची में हैं।

वहीं, इंटरमीडिएट की बात करें तो 165 विद्यार्थियों की शीर्ष 25 की श्रेष्ठता सूची में पूरी तरह से पर्वतीय भौगोलिक क्षेत्र वाले चमोली के 19, रुद्रप्रयाग के 18, अल्मोड़ा के 13, पिथौरागढ़ के 12, उत्तरकाशी के 10 तथा बागेश्वर के 10 विद्यार्थी मैरिट सूची में हैं। अर्ध पर्वतीय एवं अर्ध मैदानी प्रकृति के नैनीताल जनपद के 25, पौड़ी के 5, चंपावत के 11 एवं टिहरी के 10 जबकि पूर्णतया मैदानी प्रकृति के उधमसिंह नगर जनपद के 35, हरिद्वार के 18 एवं देहरादून जनपद के 9 विद्यार्थी श्रेष्ठता सूची में हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन जोशी/प्रभात

   

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