नए आपराधिक कानूनों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया

जम्मू। स्टेट समाचार
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, एनआईटी श्रीनगर ने बुधवार को नए संशोधित आपराधिक कानूनों पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया, जहां विशेषज्ञों ने इन कानूनों के विभिन्न पहलुओं को समझाया, उनके महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में संस्थान के रजिस्ट्रार प्रोफेसर अतीकुर रहमान की उपस्थिति रही, जबकि एसपी हजरतबल हिलाल खालिक, डॉ. यासिर लतीफ हांडू और डॉ. सबा मंजूर गनई जागरूकता कार्यक्रम में संसाधन व्यक्ति थे। इस आयोजन का उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों को भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम सहित तीन नए संशोधित कानूनों के बारे में शिक्षित करना था। रजिस्ट्रार प्रो. अतीकुर रहमान ने कहा कि कार्यक्रम का प्राथमिक उद्देश्य छात्रों और संकाय दोनों को नए संशोधित तीन आपराधिक कानूनों की बुनियादी समझ के साथ सशक्त बनाना है। उन्होंने कहा, अकेले कानून प्रवर्तन एजेंसियां एक न्यायपूर्ण समाज सुनिश्चित नहीं कर सकतीं; नागरिकों के बीच सक्रिय भागीदारी और जागरूकता समान रूप से अपरिहार्य है। यही कारण है कि परिसर में छात्रों के लिए ऐसे जागरूकता कार्यक्रमों की आवश्यकता है। एसपी हजरतबल, हिलाल खालिक ने ‘नए आपराधिक कानून-एक सामान्य अवलोकन’ पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा, आपराधिक कानूनों में बदलाव को समझना हम सभी के लिए वास्तव में महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, नए कानूनों में ऐसे प्रावधान शामिल हैं जो अपराध पीडि़तों और बड़े पैमाने पर समाज के लिए न्याय सुनिश्चित करते हैं, प्रौद्योगिकी के उपयोग के माध्यम से जांच प्रक्रिया के आधुनिकीकरण और परीक्षणों के लिए समयसीमा निर्धारित करने पर जोर देते हैं।

   

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