भारी अंतर से हारेगें, गांधी परिवार रायबरेली से करता है नफ़रत : दिनेश सिंह

रायबरेली, 09 मई (हि. स.)। कांग्रेस के गढ़ में राहुल गांधी को चुनौती दे रहे भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह ने दावा किया कि राहुल 2019 के लोकसभा चुनावों में अपनी मां सोनिया गांधी की जीत के अंतर से भी ज्यादा वोटों से हारेंगे। सिंह ने गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए ये बातें कहीं।

दिनेश सिंह ने आरोप लगाया कि गांधी परिवार को रायबरेली-अमेठी से नफरत है और इसीलिए उन्होंने 1952 के बाद से न तो इन सीटों पर वहां के किसी निवासी को लोकसभा चुनाव में उतारा और न ही किसी को राज्य सभा भेजा। उन्होंने दावा किया। गांधी परिवार के मन में अमेठी-रायबरेली के लिए इतनी नफरत भरी हुई है कि 1952 से लेकर अब तक गांधी परिवार ने कभी भी रायबरेली में किसी मां की कोख से जन्मे व्यक्ति को लोकसभा का टिकट नहीं दिया।

उन्होंने दावा किया कि इस बार अमेठी-रायबरेली की जनता गांधी परिवार को उसके इस रवैये के लिये करारा जवाब देगी। राहुल गांधी जहां रायबरेली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, वहीं गांधी परिवार के करीबी किशोरी लाल शर्मा को अमेठी सीट से मैदान में उतारा गया है। सिंह ने रायबरेली को कांग्रेस का राजनीतिक गढ़ मानने से इनकार करते हुए कहा, किला वह है जिसमें पार्टी के चार-पांच विधायक, आठ ब्लॉक प्रमुख, 10 जिला पंचायत सदस्य हों। रायबरेली में कांग्रेस के पास कोई प्रधान या ब्लॉक प्रमुख, विधायक, विधान परिषद सदस्य या जिला पंचायत अध्यक्ष नहीं है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के पास एक भी सांसद नहीं है। सोनिया गांधी के पास भले ही सांसद का प्रमाणपत्र है लेकिन सैद्धांतिक रूप से वह सांसद नहीं हैं। सिंह ने दावा किया कि सोनिया 2019 में भले ही कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ीं लेकिन दरअसल वह चार दलों के प्रतिनिधि के रूप में जीती थीं। क्योंकि समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पाटी और अपना दल (कमेरावादी) गुट ने उनका समर्थन किया था।

हिन्दुस्थान समाचार/रजनीश/विद्याकांत

   

सम्बंधित खबर