डोगरी संस्था जम्मू ने बहुभाषी कवि गोष्ठी का आयोजन किया

जम्मू, 12 मई (हि.स.) । डोगरी संस्था जम्मू ने डोगरी भवन, डोगरी संस्था, कर्ण नगर जम्मू में बहुभाषी कवि गोष्ठी का आयोजन किया, जिसमें डोगरी, हिंदी, पंजाबी और उर्दू के प्रमुख कवियों ने भाग लिया। गोष्ठी की अध्यक्षता डोगरी संस्था जम्मू के अध्यक्ष प्रो. ललित मगोत्रा ने की। कवि गोष्ठी की शुरुआत पंजाबी के प्रख्यात कवि सुरजीत पातर को श्रद्धांजलि देने के साथ हुई, जो सुबह दिल का दौरा पड़ने से स्वर्ग सिधार गए। स्वामी अंतर नीरव ने सुरजीत पातर की एक कविता की अंतिम रिकॉर्डिंग सुनाई, जिसे उन्होंने पिछली शाम को ही एक कवि गोष्ठी में सुनाया था।

इसके बाद डोगरी संस्था जम्मू के साहित्य मंत्री सुशील बेगाना ने कवि गोष्ठी की कार्यवाही शुरू की। कवि गोष्ठी में भाग लेने वाले कवियों में डोगरी में प्रो. ललित मगोत्रा, सुशील बेगाना, प्रोमिला मन्हास, पवन वर्मा, हिंदी में कमलजीत चौधरी, कृष्ण कुमार, सुधीर महाजन, पंजाबी में डॉ. बलजीत सिंह रैना, स्वामी अंतर नीरव, बलविंदर सिंह, जावेद राही, उर्दू भाषा में लियाकत जाफरी, दीपक आरसी और अंकुर रस्तोगी शामिल थे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो. ललित मगोत्रा ने कहा कि यह एक बहुत ही सफल कवि गोष्ठी थी, क्योंकि सभी प्रतिभागियों ने अपनी-अपनी भाषाओं में महान योगदान देकर एक अलग पहचान बनाई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस तरह की पहल क्षेत्र में साहित्यिक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एक नियमित होगी, जिसमें प्रमुख कवि दूसरों को सार्थक कविता लिखने के लिए प्रेरित करते रहेंगे, जो समय की आवश्यकता भी है। इस बहुभाषी कवि गोष्ठी में विभिन्न भाषाओं के काफी संख्या में साहित्यकारों और कविता प्रेमियों ने भाग लिया।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान

   

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