पीडीया मुठभेड़ की जांच आदिवासी समाज व कांग्रेस अलग-अलग करेगी : कवासी लखमा

बीजापुर, 14 मई (हि.स.)। प्रदेश के पूर्व मंत्री व कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी कवासी लखमा ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश स्तर से पीडीया मुठभेड़ की जांच के लिए जांच दल भेज रही है। इसके अलावा जगदलपुर, सुकमा, दंतेवाड़ा और बीजापुर से आदिवासी समाज के लोग 16 मई को सामाजिक स्तर पर जांच के लिए पीडिया गांव जाएंगे। जांच के बाद इसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री, बस्तर आईजी, एसपी को सौंपेंगे। जांच के लिए सर्व आदिवासी समाज और कांग्रेस की 02 अलग-अलग कमेटी बन गई है। वहीं पुलिस का दावा है कि पीडिया मुठभेड़ में 12 नक्सली ढेर किए गए हैं, इसके पुख्ता सबूत और तत्थ मौजूद हैं। मारे गये नक्सलियों में मिलिट्री कंपनी नंबर-2 के सदस्य, समेत एसीएम रैंक के नक्सली हैं, इन सभी पर कुल 31 लाख रुपये का इनाम घोषित था।

कवासी लखमा ने कहा कि हमें जानकारी मिली है कि तेंदुपत्ता तोड़ने गए ग्रामीणों को मारा गया है। उन्होने कहा कि जब भाजपा की सरकार में आदिवासी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बने तो हमें विश्वास था कि आदिवासियों के हित के लिए काम करेंगे। लेकिन प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री होने बाद भी आदिवासी सुरक्षित नहीं हैं, फर्जी मुठभेड़ में आदिवासी मारे जा रहे हैं। उन्होने कहा कि पिछले 05 वर्षों में राज्य में कांग्रेस की सरकार थी, इस दौरान सिलगेर को छोड़कर, ऐसे मामले बस्तर में बहुत कम हो गये थे। हमारी सरकार में हमने 1700 निर्देषों को जेल से छुड़वाया था।

हिन्दुस्थान समाचार/राकेश पांडे/गायत्री

   

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