युवक की करंट लगने से मौत के बाद गुस्साए परिजन मॉर्च्युरी के आगे धरने पर बैठे

बाड़मेर, 16 मई (हि.स.)। जिले के दूधु गांव में एफआरटी टीम में कार्यरत युवक की करंट लगने से मौत होने का मामला सामने आया है। गुस्साए परिजन और लोग हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी के आगे धरने पर बैठ गए। परिजनों का आरोप है कि एफआरटी ठेकेदार की ओर से सेफ्टी उपकरण नहीं देने और लापरवाही के चलते युवक की मौत हुई है। परिजन ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने, मृतक के परिजनों को 1 करोड़ का मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग कर रहे हैं।

दरअसल, बीते दिनों तेज आंधी और बारिश से धोरीमन्ना इलाके में लाइट तार टूटने और फॉल्ट होने की वजह से लाइटे बंद थी। इसको मरम्मत करने के लिए खूमे की बेरी जीएसएस पर कार्यरत एफआरटी के कार्मिक जसराम पुत्र हुकमाराम निवासी खूमे की बेरी बुधवार रात को दुधु गांव में नाइयों की ढाणी में लाइट ठीक कर रहा था। इस दौरान करंट की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। गांव के लोगों ने हॉस्पिटल पहुंचाया। रात को मृतक के शव को हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया। आरोप है कि ठेकेदार लाइट ठीक करने के दौरान सेफ्टी उपकरण नहीं दिए इस वजह से हादसा हुआ है।

परिजनों का कहना है कि जसराज पुत्र हुकमाराम खूमे की बेरी जीएसएस पर एफआरटी टीम में लगा हुआ था। आंधी व बारिश से क्षतिग्रस्त लाइनों को ठीक करने के लिए भेजा। लेकिन ठेकेदार की ओर से सेफ्टी उपकरण नहीं देने से उसकी करंट लगने से मौत हो गई। जब तक हमारी मांगों को नहीं माना जाएगा। तब हम धरने पर बैठे रहेंगे।

लोग बैठे धरने पर

परिजन व ग्रामीण तीन सूत्री मांगों को लेकर हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी के बाहर धरने पर बैठे हैं। परिजनों की मांग है कि ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की। एक करोड़ का मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए। जब तक इन मांगों को नहीं माना जाएगा तब हमारा धरना जारी रहेगा।

हिन्दुस्थान समाचार/चन्द्रशेखर/ईश्वर

   

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