हरित हाइड्रोजन प्रौद्योगिकियों का विकास ही हरित हाइड्रोजन मिशन का उद्देश्यः भल्ला

नई दिल्ली, 16 मई (हि.स.)। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के सचिव भूपिंदर सिंह भल्ला ने नीदरलैंड के रॉटरडैम में बुधवार को विश्व हाइड्रोजन शिखर सम्मेलन-2024 को संबोधित किया। सिंह ने नवीकरणीय ऊर्जा और हरित हाइड्रोजन उत्पादन के क्षेत्र में भारत के रणनीतिक विजन और क्षमताओं पर प्रकाश डाला।

नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में बताया कि सचिव भल्ला ने विश्व हाइड्रोजन शिखर सम्मेलन के प्रतिनिधियों को हरित हाइड्रोजन के उत्पादन के किसी भी पैमाने की मांग को पूरा करने की भारत की क्षमता का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य भारत में हरित हाइड्रोजन प्रौद्योगिकियों के विकास और इसको अपनाने को बढ़ावा देना है।

भल्ला ने बताया कि 2030 तक 50 लाख टन वार्षिक हरित हाइड्रोजन उत्पादन क्षमता स्थापित करने के लक्ष्य के साथ, यह मिशन हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था में भारत की महत्वाकांक्षाओं को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करता है। सरकार ने इस संबंध में पर्याप्त प्रगति की है, प्रति वर्ष कुल 412,000 टन हरित हाइड्रोजन उत्पादन का समर्थन करने के लिए प्रोत्साहन के लिए निविदाएं प्रदान की हैं। इसके अतिरिक्त प्रति वर्ष 1,500 मेगावाट की इलेक्ट्रोलाइज़र विनिर्माण क्षमता की स्थापना के लिए निविदाएं प्रदान की गई हैं। इससे बड़े पैमाने पर हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करने की भारत की क्षमता को और बढ़ावा मिलेगा।

हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश शंकर/पवन

   

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