उदयपुर स्पेशल ट्रेन पहुंची वाराणसी, काशी कॉरिडोर में गूंजा हर-हर महादेव की गूंज

उदयपुर, 20 मई (हि.स.)। काशी विश्वनाथ पर भगवान के दर्शन के लिए जैसे ही भक्त पहुंचे तो धन्य हो गए। उदयपुर से रवाना हुई तीर्थयात्री स्पेशल ट्रेन अयोध्या में रामलला के दर्शन के बाद सोमवार को जैसे ही वाराणसी स्टेशन पर पहुंची तो भक्तों ने महादेव की जयकारों से स्टेशन को गूंजा दिया। सब पिंक कलर की ड्रेस में एक साथ निकले तो नजारा ही अनूठा बन पड़ा।

श्री महावीर युवा मंच संस्थान के मुख्य संरक्षक राजकुमार फत्तावत ने बताया कि संस्थान की स्पेशल एसी ट्रेन में 1008 यात्री अयोध्या से सुबह अपनी-अपनी होटल से रेलवे स्टेशन के लिए बसों से रवाना हुए। एक तरफ अयोध्या में सोमवार को मतदान के लिए अयोध्या वाले वोट करने जा रहे थे तो दूसरी तरफ स्पेशल ट्रेन के यात्री अयोध्या होटल से अपने ग्रुप के साथ रेलवे स्टेशन पहुंच रहे थे। उत्सवी माहौल के बीच यात्री स्टेशन पहुंच स्पेशल ट्रेन में अपने कोच तक पहुंचे।

संस्थान के अध्यक्ष अशोक कोठारी व महामंत्री विजयलक्ष्मी गलूंडिया ने बताया कि यात्री वाराणसी स्टेशन से वेलुपुर के पार्श्वनाथ भगवान मंदिर पर व धर्मशाला पहुंचे जहां सभी ने दर्शन कर काशी कोरिडोर के लिए प्रस्थान किया। वहां से सब यात्रियों का अलग-अलग ग्रुप के साथ काशी कॉरिडोर के लिए रवाना हुए। तीन भागों में बंटे काशी कॉरिडोर में यात्री पहुंचे ओर पहले भाग में जैसे ही पहुंचे तो लाल बलुआ पत्थर से बने परिसर को देखकर यात्री दंग रह गए। वहां बनाए चार बड़े-बड़े गेट ने सबको अपनी तरफ खींचा जहां पर यात्रियों ने अपने ग्रुप के साथ फोटो खिंचवाया। मंदिर परिसर, मंदिर चौक और मुमुक्षु भवन में जाकर यात्रियों ने दर्शन का लाभ लिया। वहां कुछ यात्रियों ने गैलेरी में गए तो कुछ ने शॉपिंग कॉम्पलेक्स में जाकर खरीदारी की। वहीं सभी यात्रियों ने शाम को काशी घाट पर जाकर गंगा आरती का लाभ लिया। वहां पर पूरे समूह के साथ यात्रियों ने अपनी एकता दिखाते हुए महादेव के नारे लगाए। काशी विश्वनाथ के दर्शन के बाद यात्री सीधे रेलवे स्टेशन के लिए रवाना हुए।

सह संयोजक श्याम नागौरी ने बताया कि इससे पूर्व रविवार रात को अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन के बाद यात्रियों ने अन्य मंदिरों में दर्शन किए। कई यात्री शाम को जैन मंदिरों में भी दर्शन करने गए। रात को सरयू घाट पर आरती में शामिल होने के बाद यात्रियों ने अयोध्या के बाजार में भ्रमण किया और रात को होटल पहुंचे। अयोध्या में भक्तों ने राम मंदिर के अलावा हनुमान गढ़ी, चारधाम मंदिर, राम-सीता मंदिर, राम प्रतिमा कार्यशाला, दिगम्बर जैन मंदिर, वाल्मीकि भवन सहित अन्य जैन मंदिरों में दर्शन किए और वहां के बारे में जानकारी ली।

यात्रा के मुख्य संयोजक संजय भंडारी ने बताया कि यात्री मंगलवार को पारसनाथ स्टेशन पर पहुंचेंगे और वहां से सीधे बसों से ऋजुबालिका होते हुए जैन समाज के सबसे बड़ी तीर्थ श्री सम्मेदशिखर जी पहुंचेंगे। वहां लंच करने के बाद यात्री आराम करेंगे। सह संयोजक सुधीर चित्तौड़ा व भूपेन्द्र गजावत ने बताया कि 21 मई को श्री सम्मेद शिखर तीर्थ के सिद्धायतन बैंकेट हॉल में भव्य भक्ति संध्या व सम्मान समारोह का आयोजन असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया के आतिथ्य में आयोजित होगा। रात तीन बजे से सम्मेदशिखर जी पहाड़ी चढ़ाई की यात्रा शुरू होगी।

हिन्दुस्थान समाचार/ सुनीता/संदीप

   

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