पुणे हिट एंड रन मामले की न्यायिक जांच के लिए नाना पटोले ने मुख्यमंत्री को भेजा पत्र

मुंबई, 23 मई (हि.स.)। पुणे हिट एंड रन मामले की न्यायिक जांच के लिए महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में राज्य में अमीरों और गरीबों के लिए अलग-अलग कानून होने के आरोप लगाते हुए इस पर चिंता जताई है।

राज्य के मुख्यमंत्री शिंदे को भेजे गए पत्र में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि इस घटना में अब तक की जानकारी से साफ है कि यह कार एक नाबालिग लड़का लापरवाही से चला रहा था और नशे में था। घटना गंभीर होने के बावजूद पुणे पुलिस ने आरोपित वेदांत अग्रवाल की मेडिकल जांच नहीं की। उसे तुरंत किशोर न्याय बोर्ड के सामने पेश किया गया और जमानत पर रिहा कर दिया गया। यह हास्यास्पद बात है कि दो लोगों की जान लेने वाले आरोपित को दुर्घटना के विषय पर निबंध लिखने के लिए कहने सहित बहुत ही मामूली शर्तों के साथ जमानत दे दी गई। राज्य भर में सार्वजनिक आक्रोश के बाद लड़के को किशोर हिरासत केंद्र में और उसके बिल्डर पिता विशाल अग्रवाल को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।

उन्होंने पत्र में सवाल उठाया कि घटना गंभीर होने पर भी आरोपित को 15 घंटे के भीतर कैसे रिहा किया जा सकता है। इससे कुछ सवाल खड़े हो गए हैं कि क्या पुणे पुलिस पर कोई दबाव था? आरोपित का मेडिकल परीक्षण क्यों नहीं कराया गया? हादसे के बाद सत्ता पक्ष के एक विधायक थाने में क्यों थे? इस मामले में उस विधायक की असल भूमिका क्या है? इसलिए इस मामले की न्यायिक जांच करवाना आवश्यक है, जिससे आरोपित को बचाने वाले पुलिस वालों और राजनीतिक दलों के नेताओं के नाम जनता के समक्ष आ सकें।

हिन्दुस्थान समाचार/राजबहादुर/सुनीत

   

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