गुरुकुल ही सनातन धर्म का प्राण है : पंडित मेघराज आत्रेय

जम्मू। स्टेट समाचार
बसोहली नगर में प्रतिष्ठित जम्मू काश्मीर प्रांत का एक मात्र पारंपरिक गुरुकुल चूड़ामणि संस्कृत संस्थान का सौजन्यमूलक परिदर्शन में महर्षि महेश योगी वेद विद्या प्रतिष्ठान के वैदिक आचार्य तथा संस्कृत जगत के जाने माने विद्वान पंडित मेघराज आत्रेय ने संस्थान का परिभ्रमण किया। इस अवसर पर गुरुकुल के प्राचार्य सहित सभी आचार्य गण एवं कार्यकारी समिति ने उनका भव्य स्वागत किया। पंडित आत्रेय ने संस्थान में बटुकों के साथ अपना बहुमूल्य समय अतिवाहित करते हुवे परमानंदित हुए। बटुकों का मंत्र उच्चारण, व्याकरण ज्ञान, काव्य पठन कौशल, स्वक्षता व्यवहार आदि को देखते हुए उन्होंने कहा कि आज इस प्रकार के गुरुकुल यदि संपूर्ण भारत वर्ष में स्थापित हो तो भारत अपने पूर्व गौरव को अविविलंब प्राप्त कर सकता है। उन्होंने ने यह भी कहा की सनातन धर्म का प्राण गुरकुल ही है। गुरुकुल विहीन भारतवर्ष निष्प्राण है। इस अवसर पर संस्थान के प्राचार्य डा0 सौम्यरंजन महापात्र ने कहा कि इस धरातल पर भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए गुरुकुल का योगदान सर्वोपरि है। यह प्रतिज्ञा संस्थान के संस्थापक पंडित स्वर्गीय पंडित उत्तमचंद शास्त्री पाठक का था। संस्कृत भाषा शास्त्र ज्ञान ही सनातनियों का जीवन शक्ति है। यह प्रक्रम प्रारंभ मात्र है अनवरत जारी भी रहेगा।

   

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