भाजपा-माकपा प्रतिनिधियों ने की सीईओ से मुलाकात, निष्पक्ष मतगणना की मांग

कोलकाता, 03 जून (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के प्रतिनिधियों ने मतगणना प्रक्रिया में पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा धांधली किये जाने के कथित खतरों को रेखांकित करने के लिए सोमवार को राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) से मुलाकात की।

लोकसभा चुनाव की मतगणना की पूर्व संध्या पर, दोनों दलों के प्रतिनिधियों ने पश्चिम बंगाल के सीईओ से इस प्रक्रिया के दौरान किसी भी संभावित धांधली की रोकथाम के उपाय करने का आग्रह किया।

भाजपा नेता शिशिर बजोरिया ने कहा कि मुलाकात के दौरान, उन्होंने चुनाव बाद की हिंसा और नियमों का पालन नहीं किये जाने को जिक्र किया। उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार मतगणना ड्यूटी पर अस्थायी कर्मचारियों को रख रही है जो नियमों के विरूद्ध है।

भाजपा ने सीईओ को सौंपे एक ज्ञापन में कहा, ‘‘हमें कुछ निर्वाचन क्षेत्रों से यह सूचना मिल रही है कि दिशा-निर्देश की पूरी तरह से अवहेलना करते हुए इस तरह के अस्थायी कर्मचारी को ड्यूटी पर रखा जा रहा है।’’

बजोरिया ने मालदा मतगणना केंद्र का उदाहरण दिया और कहा कि उन्होंने इस बारे में एक सूची सौंपी है।

पार्टी ने कहा कि इसने पूर्व में भी एक बैठक में यह मुद्दा उठाया था।

बजोरिया ने आरोप लगाया कि जिन व्यक्तियों को उच्च न्यायालय ने कड़ी फटकार लगाई थी वे भी मतगणना प्रक्रिया का हिस्सा हैं।

प्रदेश माकपा सचिव मोहम्मद सलीम ने भी पार्टी के उम्मीदवारों के साथ सीईओ से मुलाकात की और उनसे यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि चार जून को मतगणना निष्पक्ष हो तथा कोई धांधली नहीं हो, जैसा कि राज्य में पंचायत चुनाव में हुआ था।

सलीम ने कहा, ‘‘निर्वाचन अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी बाहरी व्यक्ति को मतगणना कक्ष में प्रवेश नहीं दिया जाए और सभी मतगणना कर्मियों के पहचान पत्र की गहन जांच की जाए।’’ हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा

   

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