महाराष्ट्र : लोकसभा चुनाव में सिर्फ आधा प्रतिशत मतों ने बढ़ाया सीटों का फासला

मुंबई, 05 जून (हि.स.)। लोकसभा चुनाव में कभी-कभी अधिक मेहनत करने पर कम सीटें हासिल होती हैं, तो कभी-कभी कम मेहनत करने पर अपेक्षा से अधिक सीटें हासिल हो जाती हैं। महाराष्ट्र में भी कुछ इसी तरह का नजारा देखने को मिल रहा है।

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र के लोकसभा चुनाव में महाविकास आघाड़ी को 43.91 प्रतिशत वोट मिले हैं, जबकि हमें 43.60 प्रतिशत मिले। सिर्फ आधा प्रतिशत से कम वोट की वजह से महाविकास आघाड़ी को 30 सीटें मिलीं और हमें 17 सीटें ही मिल सकी हैं। इसी तरह वोटों में भी मामूली अंतर भी सीटों की संख्या को प्रभावित करता है। चुनाव में सामयिक मुद्दे ज्यादा असरदार होते हैं। इन मुद्दों से अगर समय रहते निपट लिया गया तो इनसे होने वाले नुकसान कम होते हैं, अगर ध्यान नहीं दिया तो नुकसान अधिक होता है।

फडणवीस ने कहा कि इस चुनाव से पहले से मराठा आरक्षण का मुद्दा चल रहा था। राज्य सरकार ने मराठा आरक्षण तो दे दिया, लेकिन मराठा नेताओं को समझाने में हम सफल नहीं हुए। इसका नुकसान चुनाव में हमें हुआ और हमारी सीटें कम हुईं। इसी तरह चुनाव के दौरान ही अचानक विरोधियों ने संविधान बदलने का जोरदार अपप्रचार करना शुरू किया। यह मुद्दा लोगों के मन में पैठ कर गया, जिसे हम निकालने में सफल नहीं हो सके। इसी तरह कभी सोयाबीन के दाम तो कभी प्याज के दाम, फसल बीमा जैसे कृषि संबंधी मुद्दों को विपक्ष ने उठाया। इन मुद्दों पर हम जनता को समय रहते समझा नहीं सके, इसका खामियाजा हमें उठाना पड़ा।

हिन्दुस्थान समाचार/राजबहादुर/सुनीत

   

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