कोरबा: डीएमएफ से एक करोड़ की लागत से बनेगा वृद्धाश्रम, असहाय वृद्धजनों को नहीं पड़ेगा भटकना

Old age home will be built at a cost of 01 crore from DMFOld age home will be built at a cost of 01 crore from DMFOld age home will be built at a cost of 01 crore from DMFOld age home will be built at a cost of 01 crore from DMFOld age home will be built at a cost of 01 crore from DMFOld age home will be built at a cost of 01 crore from DMFOld age home will be built at a cost of 01 crore from DMFOld age home will be built at a cost of 01 crore from DMFOld age home will be built at a cost of 01 crore from DMFOld age home will be built at a cost of 01 crore from DMFOld age home will be built at a cost of 01 crore from DMFOld age home will be built at a cost of 01 crore from DMFOld age home will be built at a cost of 01 crore from DMFOld age home will be built at a cost of 01 crore from DMFOld age home will be built at a cost of 01 crore from DMF

60 महिला एवं पुरूष वृद्धों को मिलेगी आवासीय सुविधा

कोरबा, 07 जून (हि.स.)। जिला प्रशासन ने बड़ी पहल करते हुए खनिज न्यास निधि से जिले में बेसहारा, असहाय वृद्धजनों को आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने वृद्धाश्रम का संकल्प लिया है। इस दिशा में नगर पालिक निगम कोरबा क्षेत्र अंतर्गत वार्ड क्रमांक 54 सर्वमंगला मंदिर के पास स्थित आश्रम का नवीनीकरण करते हुए एक करोड़ एक लाख 22 हजार रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। वृद्ध और निःशक्तजनों के कल्याण की विशेष कार्यक्रम के तहत संचालित होने वाले इस आश्रम में 60 पुरुष एवं महिला वृद्धों को आवासीय सुविधा मिलेगी। इसके निर्माण के साथ ही कोरबा जिला में जिला प्रशासन द्वारा संचालित यह पहला सर्वसुविधा युक्त वृद्धाश्रम होगा।

कोरबा जिले में बेसहारा वरिष्ठ नागरिकों के लिए व्यवस्थित एवं सुविधायुक्त वृद्धाश्रम भवन की कमी लंबे समय से बनी हुई थी। इस दिशा में पहल करते हुए जिला प्रशासन ने जिला खनिज न्यास मद के तहत वृद्धाश्रम बनाने का निर्णय लिया। उन्होंने सर्वमंगला मंदिर के समीप संचालित वृद्धाश्रम की व्यवस्थाओं, कमियों और समस्याओं को संज्ञान में लेकर बेसहारा वृद्धजनों के कल्याण के लिए पुराने आश्रम भवन को संवारने का निर्णय लिया है। लगभग एक करोड़ से अधिक राशि की प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर कलेक्टर ने जीर्ण-शीर्ण हो चुके पुराने आश्रम के भवन को नवीनीकृत करने का अहाता, नवीन शौचालय, विद्युतीकरण के कार्यों को प्राथमिकता दी है। सुविधायुक्त वृद्धाश्रम बनने से यहां रहने वाले वृद्धजनों को किसी प्रकार की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। वहीं 60 की संख्या के आधार पर भवन में कमरे आदि होने पर इधर-उधर भटकने वाले बेसहारा वृद्धजनों को आवासीय सुविधा मुहैया हो सकेगी।

हिन्दुस्थान समाचार/ हरीश तिवारी

   

सम्बंधित खबर