जेकेएएसीएल ने पहली बार संगीत संध्या का आयोजन किया

जम्मू, 8 जून (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर कला, संस्कृति एवं भाषा अकादमी, जेकेएएसीएल ने डोगरी संस्था जम्मू के अध्यक्ष प्रो. ललित मंगोत्रा की मुक्त छंद कविता को समर्पित अपनी पहली संगीत संध्या का आयोजन किया। यह कार्यक्रम शनिवार को जेकेएएसीएल के राइटर्स क्लब में जेकेएएसीएल के सचिव भरत सिंह के मार्गदर्शन में हुआ, जिसमें काव्यात्मक अभिव्यक्ति और संगीतमय कलात्मकता का मिश्रण देखने को मिला।

कार्यक्रम की शुरुआत में जेकेएएसीएल के गोजरी के संपादक सह सांस्कृतिक अधिकारी डॉ. शाहनवाज ने जेकेएएसीएल के सचिव भरत सिंह की ओर से सम्मानित अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद प्रो. ललित मंगोत्रा ने कार्यक्रम के बारे में अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जम्मू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. आरडी शर्मा की उपस्थिति रही। अपने संबोधन में प्रो. शर्मा ने कहा, डॉ. ललित मंगोत्रा की मुक्त छंद शैली हमारी सांस्कृतिक विरासत का सार प्रस्तुत करती है, तथा आज की संगीत संध्या विविध अभिव्यक्तियों को जोड़ने में कला की शक्ति का प्रमाण है।

इसी बीच अशोक अंगुराना ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, मुक्त छंद कविता का संगीत के साथ सम्मिश्रण न केवल हमारे सांस्कृतिक अनुभव को समृद्ध करता है, बल्कि साहित्यिक कला की सराहना के लिए एक नया मार्ग भी बनाता है। इस शाम में गायक वंशिका जराल, मुक्तेश शर्मा, आदित्य लंगेह और रियाज मलिक ने मनमोहक प्रस्तुतियां दीं जिनकी आवाज ने कविताओं को जीवंत कर दिया।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान

   

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