अमरजीत हत्या मामले में सिट का गठन, मौके पर पहुंचे उपायुक्त एसएसपी कठुआ ने पीड़ित परिवार को दिया आश्वासन

कठुआ 10 जून (हि.स.)। अमरजीत हत्या मामले को लेकर स्थानीय लोगों ने लगातार 6 घंटे से ज्यादा राष्ट्रीय राजमार्ग और रेलवे ट्रैक को जामकर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। जिसके बाद जिला उपायुक्त राकेश मिन्हास और एसएसपी कठुआ अनायत अली स्वयं मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया। जिसके बाद राष्ट्रीय राजमार्ग खोल दिया गया और मृतक का अंतिम संस्कार किया गया।

जिला उपायुक्त ने कहा कि इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ जिला प्रशासन खड़ा है। उन्होंने कहा कि जिसने भी इस तरह की कायराना हरकत की है उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिसके लिए सिट का गठन किया गया है और फास्ट ट्रैक कोर्ट में इस केस को डाला जाएगा और जो भी इसमें दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल पोस्टमार्टम के बाद हिंदू रीति रिवाज के तहत पहले अंतिम संस्कार किया जाएगा। उसके बाद परिजनों के साथ बैठकर जिला प्रशासन की ओर से हर संभव मदद दी जाएगी। वही डीसी के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारी रोड से हट गए। करीब 6 घंटे के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग खोला गया हालांकि ट्रैफिक को पहले से ही डाइवर्ट कर दिया गया था। वही इस दौरान पीड़ित परिवार से मिलने के लिए चौधरी लाल सिंह भी पहुंचे। उन्होंने भी इस मामले के लिए निष्पक्ष जांच की मांग की और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग रखी। गौरतलब हो कि रविवार की रात को कठुआ जिले की तहसील हीरानगर के गांव मेला में एक व्यक्ति का घर से 200 से 300 मीटर की दूरी पर संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिला, जिसका बेरहमी से गला रेता हुआ था। जिसके बाद गांव वासियों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और उन्होंने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जम्मू पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग को करीब से 6ः30 घंटे बंद कर प्रदर्शन किया। इसी बीच प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक को भी बाधित किया। स्थिति बिगड़ते देख जिला उपायुक्त राकेश मन्हास मौके पर पहुंचे और आश्वासन देकर मामला शांत करवाया। जिसके बाद मृतक का अंतिम संस्कार किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/सचिन//बलवान

   

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