तीर्थयात्रियों पर हमले के पीछे के लोगों, उन्हें सहायता देने वाले दंडित किए जाएंगे : उपराज्यपाल

एल.जी ने जम्मू में सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की
अधिकारियों से अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा
जम्मू। स्टेट समाचार
रियासी में शिव खोड़ी तीर्थयात्रियों पर हुए घातक हमले ने पूरे सुरक्षा तंत्र को हिलाकर रख दिया है, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने स्थिति का जायजा लेने और अपराधियों को पकडऩे तथा तलाशी तेज करने के लिए अधिकारियों को निर्देश देने के लिए जम्मू में एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की। एलजी ने एक्स (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर लिखा, जम्मू-कश्मीर पुलिस और नागरिक प्रशासन के अधिकारियों के साथ एक सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। मैं लोगों को आश्वस्त करता हूं कि रियासी में तीर्थयात्रियों पर हमले के पीछे जो लोग हैं, उन्हें सहायता देने वाले, उन्हें बढ़ावा देने वाले, दंडित किए जाएंगे। यह बैठक पुलिस मुख्यालय जम्मू में हुई, जिसमें पुलिस के शीर्ष अधिकारियों, प्रशासन के अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक से जुड़े सूत्रों ने बताया कि उपराज्यपाल ने पुलिस अधिकारियों को रियासी और उसके आसपास के इलाकों में आतंकवाद विरोधी अभियान तेज करने के लिए कई निर्देश दिए, जिसमें पहाड़ी इलाके भी शामिल हैं, जहां आतंकवादियों के छिपे होने का संदेह है। सूत्रों ने बताया कि उपराज्यपाल को रियासी हमले के बाद पुलिस को मिले सुरागों और पुलिस तथा अन्य सुरक्षा एजेंसियों की आगामी कार्ययोजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। इस हमले में नौ लोग मारे गए थे और 33 अन्य घायल हो गए थे। उन्होंने बताया कि उपराज्यपाल ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि अपराध के दोषियों को पकड़ा जाए और हत्यारों का पता लगाने के लिए तलाशी तेज की जाए। बैठक में मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि उपराज्यपाल ने बस के चालक और शिव खोड़ी मंदिर में पूजा करने आए तीर्थयात्रियों सहित नौ लोगों की हत्या पर दुख और पीड़ा व्यक्त की। उन्होंने कहा, उपराज्यपाल ने अधिकारियों को इस जघन्य कृत्य में शामिल आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। बैठक में मौजूद पुलिस अधिकारियों ने उपराज्यपाल को आश्वासन दिया कि देश के हर नागरिक को पीड़ा पहुंचाने वाले इस कृत्य में शामिल आतंकवादियों तक पहुंचने के लिए सभी प्रयास जारी हैं। गौरतलब है कि जम्मू के पुंछ, राजौरी और अब रियासी सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती बनकर उभरे हैं, क्योंकि सुरक्षा बलों का मानना है कि इस तरफ घुसपैठ कर आए विदेशी आतंकवादी सेना और नागरिकों पर हमले कर रहे हैं। 

 

   

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