अनुसंधान, शैक्षणिक गतिविधियां साझा करेगा केंद्रीय विश्वविद्यालय

समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के दौरान मौजूद अधिकारी।समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के दौरान मौजूद अधिकारी।समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के दौरान मौजूद अधिकारी।समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के दौरान मौजूद अधिकारी।

धर्मशाला, 13 जून (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला और सूचना एवं पुस्तकालय नेटवर्क (इनफ्लिबनेट) केन्द्र, गांधीनगर के बीच गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और उच्च स्तरीय शोध को बढ़ावा देने के लिए शुक्रवार को समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये गए। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान या पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान की किसी अन्य शाखा के निर्दिष्ट विषयों में अनुसंधान एवं शिक्षण के लिए सहयोग करना है। इसी संबंध में कुलपति सचिवालय में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

इस मौके पर केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल, इनफ्लिबनेट की निदेशक प्रो. देविका मदल्ली, केंद्रीय विवि के कुलसचिव प्रो. सुमन शर्मा, गणित, कंप्यूटर एवं सूचना विज्ञान स्कूल की अधिष्ठाता डॉ. डिम्पल पटेल, पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. शिवराम राव के. मौजूद रहे।

समझौता ज्ञापन के अनुसार दोनों संस्थान ज्ञान आधारित उद्यमों को आगे बढ़ाने, भविष्य के प्रौद्योगिकी विकास के लिए उपयुक्त तकनीकी और प्रबंधन कौशल, सूचना के आदान-प्रदान और मानव संसाधन विकास और अनुसंधान एवं विकास के लिए प्रभावी अनुसंधान संस्थान-अकादमिक साझेदारी की दिशा में काम करने के लिए सहमत होने वाले अन्य सभी संबंधित क्षेत्रों में सहयोग करने के इच्छुक हैं। दोनों संस्थान अनुसंधान को आगे बढ़ाने तथा अनुसंधान एवं विकास कार्यक्रम संचालित करने के लिए अवसंरचना सुविधाओं का पारस्परिक आदान-प्रदान करेंगे। दोनों संस्थान आपस में छात्रों/शोधकर्ताओं/संकाय/वैज्ञानिकों का आदान-प्रदान करेंगे। इनफ्लिबनेट के वैज्ञानिकों/संकाय और केंद्रीय विवि के संबंधित विभाग के संकाय सदस्यों द्वारा इनफ्लिबनेट और हिप्रकेवि में अनुसंधान सुविधाओं के पारस्परिक साझाकरण के माध्यम से सहयोगात्मक और संयुक्त अनुसंधान परियोजनाएं चलाई जाएंगी।

विश्वविद्यालय इनफ्लिबनेट को ट्विनिंग कार्यक्रम के लिए एक मान्यता प्राप्त केंद्र के रूप में मान्यता देगा तथा पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान के निर्दिष्ट विषयों या पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान की किसी अन्य शाखा में पीएचडी की डिग्री के लिए पर्यवेक्षण/मार्गदर्शन और अनुसंधान को आगे बढ़ाएगा। विश्वविद्यालय इनफ्लिबनेट के वैज्ञानिकों/संकाय को पीएचडी डिग्री हेतु अनुसंधान के लिए मार्गदर्शन करने हेतु पर्यवेक्षक के रूप में मान्यता देगा। केन्द्रीय विश्वविद्यालय, इनफ्लिबनेट के वैज्ञानिकों/संकाय और पीएचडी छात्रों को पुस्तकालय और अनुसंधान सुविधाओं तक पहुंच प्रदान करेगा और वे विश्वविद्यालय के नियमों और विनियमों द्वारा शासित होंगे, जो विश्वविद्यालय के संकाय और शोधार्थियों पर लागू होते हैं।

इनफ्लिबनेट, केन्द्रीय विश्वविद्यालय के संबंधित विभाग के छात्रों और संकाय सदस्यों को अपने पुस्तकालय और अनुसंधान सुविधाओं तक पहुंच प्रदान करेगा, जो इनफ्लिबनेट वैज्ञानिकों/संकाय पर लागू नियमों और विनियमों द्वारा शासित होंगे। इनफ्लिबनेट केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों को ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण/इंटर्नशिप, अनुसंधान सुविधाएं प्रदान करेगा और इनफ्लिबनेट के वैज्ञानिक/संकाय इन छात्रों के शिक्षण और प्रशिक्षण में सहायता करेंगे। इनफ्लिबनेट और कृषि विश्वविद्यालय अपने नियमों और विनियमों के अधीन तथा आपसी परामर्श के माध्यम से एक सहयोगात्मक डिग्री कार्यक्रम विकसित करेंगे। इस मौके पर कुलपति प्रो. बंसल ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर को लेकर कहा कि आने वाले समय में यह समझौता ज्ञापन दोनों संस्थानों के लिए लाभकारी रहेगा।

हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र

/सुनील

   

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