अपडेट- सांसद चुने के बाद सुखजिंदर व राजा वड़िंग ने विधानसभा की सदस्यता से दिया इस्तीफा

प्रदेश में चार विधायक बने हैं लोकसभा के सांसद

राज्य विधानसभा की तीन सीटें हुईं खाली

चंडीगढ़, 14 जून (हि.स.)। विधायक से सांसद बने कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा तथा अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। शुक्रवार को पहले रंधावा ने और बाद में अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग ने अपना इस्तीफा पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवा को दे दिया।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा ने विपरीत परिस्थितियों में भी वर्ष 2022 में विधानसभा चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे। इस चुनाव रंधावा ने गुरदासपुर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के दिनेश बब्बू को हराया। रंधावा मौजूदा समय में राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी भी है। कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा ने विधानसभा की सदस्यता से अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष के पास भेज दिया। रंधावा के इस्तीफे के कुछ देर बाद अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग भी विधानसभा पहुंचे और स्पीकर कुलतार सिंह संधवा को अपना इस्तीफा सौंप दिया। वड़िंग लुधियाना लोकसभा सीट से चुनाव जीते हैं। विधानसभा स्पीकर ने राजा वडि़ंग को नए सफर के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वह पंजाब के मुद्दों को देश की संसद में उठाएं।

अभी कुछ दिन पूर्व ही चुनाव जीतने के बाद राजकुमार चब्बेवाल ने भी विधानसभा की सदस्यता से अपना इस्तीफा दे दिया था। स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने तीनों के इस्तीफे मंजूर कर लिए हैं। इसके साथ ही पंजाब में तीन विधानसभा सीटें खाली हो गई हैं। इसके अलावा आम आदमी पार्टी के विधायक गुरमीत सिंह मीत हेयर भी चुनाव जीतकर सांसद बन गए हैं। माना जा रहा है कि वे भी जल्द ही इस्तीफा दे सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि इस बार चार विधायकों ने लोकसभा चुनाव लड़ा था। इनमें कांग्रेस के डेरा बाबा नानक से विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष व गिदड़बाहा के विधायक अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग, बरनाला से आप के विधायक व मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर और कांग्रेस छोड़ आप में शामिल हुए राज कुमार चब्बेवाल शामिल हैं।

कानून के जानकारों की माने तो सांसद चुने गए विधायकों को 20 जून से पहले इस्तीफा देना होगा, क्योंकि एक समय पर दोनों पदों पर नहीं रहा जा सकता है। अगर विधायक तय समय में इस्तीफा नहीं देते हैं, तो निर्वाचन आयोग ने उनकी लोकसभा सीट को रिक्त समझ लिया जाएगा। क्योंकि इन लोगों को 4 जून 2024 को चुनाव जीता था। इसके बाद सभी लोकसभा सांसदों के निर्वाचन से संबंधित अधिसूचना 6 जून 2024 को भारत के राजपत्र में प्रकाशित कर दी गई हैं। उस अधिसूचना के 14 दिन में दो पदों में से एक पद से इस्तीफा देना होता है।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील

   

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