जम्मू कश्मीर में ताजा आतंकी घटनाएं सीमा पार बैठे आकाओं की हताशा भरी कोशिशः डीजीपी

जम्मू, 15 जून (हि.स.)। पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन ने शनिवार को कहा कि हाल की आतंकी घटनाएं सीमा पार बैठे आकाओं द्वारा कश्मीर में आतंकी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाने के बाद अपनी दुकानें चालू रखने की हताशा भरी कोशिश है। उन्होंने कहा कि दुश्मन सेना को हराया जाएगा।

डीजीपी स्वैन कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर के सैदा सुखाल गांव के दौरे के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे, जहां मंगलवार और बुधवार को 15 घंटे से अधिक समय तक चले अभियान में दो संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी मारे गए और एक सीआरपीएफ जवान बलिदान हो गया था।

उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे “झूठे झंडे” न उठाएं और सुरक्षा एजेंसियों के साथ साझा करने से पहले आतंकवादियों की आवाजाही के बारे में जानकारी की जांच करें ताकि “हम वहीं रहें, जहां हमें होना चाहिए।”

डीजीपी ने कहा कि जब आप किसी खतरे या चुनौती के बारे में बात करते हैं तो आप देखते हैं कि यह कितना गंभीर या बड़ा है। चुनौती सीमा पार से आ रही है और आतंकवादी आकाओं ने यह निर्णय लिया है कि वे इसे जारी रखेंगे।

उन्होंने कहा कि आतंकवादी आकाओं ने देखा है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के दिन अब गिने-चुने रह गए हैं, क्योंकि कश्मीर में आतंकी ढांचे को बहुत बड़ा झटका लगा है। जिनकी रोजी-रोटी इसी से चलती है, वे इसे इतनी आसानी से कैसे छोड़ सकते हैं?

पुलिस प्रमुख ने कहा कि ठेकेदार (हैंडलर) सीमा पार बैठे हैं और अपनी दुकानें चालू रखने के लिए वे विदेशी भाड़े के सैनिकों को यहां भेजते हैं।

जम्मू क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आनंद जैन के साथ स्वैन ने कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर के सैदा सुखाल गांव में चल रहे तलाशी अभियान के लिए तैनात पुलिसकर्मियों से बातचीत की। डीजीपी ने हीरानगर थाने का भी दौरा किया और पुलिसकर्मियों को संबोधित किया तथा हाल ही में हुई मुठभेड़ में उनकी भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि जैसा कि हम देख रहे हैं कि आतंकवादी बड़ी संख्या में नहीं हैं। वे चूहों की तरह हैं लेकिन वे मौजूद हैं। उनके पास बंदूकें हैं और वे इनका इस्तेमाल निर्दाेष लोगों पर कर रहे हैं। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि उन सभी को खत्म कर दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि हम न केवल उन्हें खत्म करने के लिए बल्कि हमें कम से कम नुकसान हो, इसके लिए भी ऐसी रणनीति अपनाएंगे। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे सूचना के प्रवाह को जारी रखें लेकिन इसकी क्रॉस-चेकिंग भी करें। उन्होंने कहा कि झूठे झंडे न उठाएं। हमें वहीं होना चाहिए, जहां हमें होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस ने अब तक हर इनपुट पर प्रतिक्रिया दी है।

उल्लेखनीय है कि आतंकवादियों ने 9 से 12 जून के बीच रियासी कठुआ और डोडा जिलों में तीर्थयात्रियों की बस सहित चार स्थानों पर हमला किया, जिसमें नौ लोग मारे गए और एक सीआरपीएफ जवान बलिदान हो गया व कई अन्य घायल हो गए। कठुआ में एक मुठभेड़ में दो संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी भी मारे गए।

हिन्दुस्थान समाचार/बलवान/दधिबल

   

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