जूनागढ़ से भाजपा सांसद के विवादित बोल, अड़चन पैदा करने वालों को छोडूंगा नहीं...

- अपने स्वागत समारोह में सांसद ने भाजपा कार्यकर्ताओं को ही दे दी चेतावनी

गिर सोमनाथ, 20 जून (हि.स.)। जूनागढ़ के सांसद राजेश चुडास्मा एक बार फिर विवाद में घिर गए हैं। जूनागढ़ से लगातार तीसरी बार चुने गए सांसद ने अपने स्वागत समारोह में एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में जिन्होंने अड़चन पैदा किया है, उनका भाजपा हिसाब करे या नहीं करें। वे आगामी 5 वर्ष के दौरान उन्हें छोड़ने वाले नहीं हैं। भाजपा नेता के इस बयान से राजनीतिक माहौल गरमा गया है।

लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद जूनागढ़ के सांसद स्वागत समारोह जिले की तालाला विधानसभा सीट के अंतर्गत प्राची में आयाेजित किया गया था। इस कार्यक्रम में सांसद राजेश चुडास्मा ने कहा कि पिछले दो टर्म के 10 साल के दौरान जो भी विघ्न पैदा किए गए, अब आगामी 5 साल में एक भी ऐसा विघ्न पैदा नहीं होने दिया जाएगा। यह भगवान माधवराय को साक्षी मानते हुए वे कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा इनका हिसाब करें या न करें, इस लोकसभा चुनाव में जिन्होंने भी उनके लिए अड़चन पैदा की हैं, आगामी 5 साल में वे उन्हें कतई छोड़ने वाले नहीं हैं।

चुडास्मा के इस बयान के बाद राजनीतिक पारा चढ़ गया है। वेरावल के डॉ अतुल चग आत्महत्या केस में सांसद चुडास्मा का नाम आने के बाद वे चर्चा में थे। लोकसभा चुनाव में इस आरोप की वजह से उनका टिकट काटने की मांग पार्टी के अंदर से ही की जा रही थी। माना जा रहा है कि इसी से आहत होकर राजेश चुडास्मा ने यह यह बयान दिया है। इस लोकसभा चुनाव में तालाला विधानसभा सीट पर भाजपा के राजेश चुडास्मा को महज 33 मत की लीड मिली थी, जबकि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में तालाला से भाजपा को 22 हजार और वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में 12 हजार मतों की लीड मिली थी।

भाजपा कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी एक कारण

तालाला विधानसभा सीट से भाजपा सांसद को लीड घटने के कई कारणों में एक कारण भाजपा कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी मानी जा रही है। वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा के राजेश चुडास्मा को तत्कालीन कांग्रेस विधायक भगवान बारड ने टक्कर दी थी। भगवान तब कांग्रेस के विधायक थे और राजेश के विरुद्ध चुनाव में कांग्रेस के लिए काम कर रहे थे। हालांकि इसके बाद भी राजेश चुडास्मा तालाला से 12 हजार मतों की लीड लेने में सफल हुए थे। इसक बाद तालाला के कांग्रेस विधायक पार्टी बदल कर भाजपा में शामिल हो गए। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में भगवान बारड ने भाजपा के सिम्बॉल पर चुनाव लड़कर 22 हजार की लीड हासिल की थी। वहीं जब 2024 का लोकसभा चुनाव हुआ तो तलाला में भाजपा की लीड महज 33 मत की हो गई। बताया जा रहा है कि भगवान बारड के भाजपा में शामिल होने से जमीनी कार्यकर्ता नाराज थे, जिसका असर चुडास्मा की लीड पर पड़ा।

तीसरी बार जीतकर बनाई है हैट्रिक

इस लोकसभा चुनाव में जूनागढ़ सीट पर भाजपा के राजेश चुडास्मा ने कांग्रेस के हीरा जोटवा को 1,34,360 मतों से हराया था। राजेश चुडास्मा को यह लगातार तीसरी बार जीत मिली है। चुडास्मा को इस चुनाव में 5,78,516 और कांग्रेस के हीरा जोटवा को 4,44,156 मत मिले थे। दत्त और दातार की भूमि जूनागढ़ लोकसभा सीट पर 1991 से भाजपा का दबदबा है। वर्ष 2004 में कांग्रेस के जशु बारड ने लगातार 4 बार से जीत रही भाजपा की भावनाबेन चिखलिया को 40,921 मतों से हराकर भाजपा के विजय रथ को रोका था, लेकिन वर्ष 2009 से इस सीट पर भाजपा लगातार जीत हासिल कर रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/बिनोद/सुनील

   

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