सड़क सुदृढ़ीकरण में डब्लूएमएम की जगह मिट्टी से भरे जा रहे गड्ढे

हल्की बारिश से आवागमन हुआ असुरक्षित

पलामू, 25 जून (हि.स.)।ग्रामीण कार्य विभाग, डालटनगंज प्रमंडल के अधीन हैदरनगर- मोहम्मदगंज मुख्य सड़क के भाईबिगहा से हैदरनगर प्रखंड रोड होते हुए कबरा कला तक की सड़क के सुदृढ़ीकरण कार्य की शुरुआत में ही भारी अनियमितता बरती जा रही है। विभाग द्वारा लगभग 4.50 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 10 किमी सड़क का निर्माण का कार्य दुबे कंस्ट्रक्शन को आवंटित किया गया है। हाल ही में इस सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ किया गया है जिसमें गड्ढों को भरने हेतु डब्लूएमएम की जगह मिट्टी का उपयोग किया जा रहा है।

स्थानीय निवासियों की सूचना पर सड़क कार्य का जायजा लेने पर पाया गया कि ठेकेदार द्वारा डब्लूएमएम की बजाय मिट्टी से गड्ढे भरे जा रहे हैं। इस सस्ते और तेजी से किये जाने वाले विकल्प के कारण सड़क की गुणवत्ता पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। सड़क पर बने गड्ढों को मिट्टी से भरे जाने के कारण सोमवार को परता-कबरा क्षेत्र में हल्की बारिश के बाद लोगों का चलना मुश्किल हो गया। मंगलवार को भी ऐसी स्थिति देखने को मिली। पानी के साथ मिट्टी के मिल जाने से फिसलन हो गयी और दोपहिया वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

गौरतलब तो यह है कि मिट्टी की लीपापोती से कालीकरण के बाद बड़े वाहन के चलने पर सड़कें समय के साथ धंस सकती हैं और पुनः उनमें गड्ढे बन सकते हैं। यह सवाल उठना लाजिमी है कि करोड़ों रुपये की लागत से पिछले 12 साल में तीसरी बार सड़क की मजबूतीकरण का कार्य कराने से केवल ठेकेदार और विभागीय अभियंताओं की जेब तो भर जाएगी, लेकिन आम जनता को इससे क्या फायदा होगा?

जानकारी के अनुसार सरकारी अधिकारियों की तरफ से निरीक्षण और गुणवत्ता नियंत्रण की कमी भी इसमें अनियमितता का एक बड़ा कारण है। अक्सर यह देखा गया है कि परियोजना की प्रगति की जांच वास्तविक स्थलीय निरीक्षण और गुणवत्ता परीक्षण की बजाय केवल कागजी दस्तावेजों और रिपोर्टों पर आधारित होती है, इससे ठेकेदारों को घटिया सामग्री के उपयोग का अवसर मिल रहा है। इस अनियमितता का सबसे बड़ा खामियाजा तो आम जनता को ही भुगतना पड़ रहा है। घटिया सड़क निर्माण से आवागमन में तो कठिनाई हो ही रही है, बल्कि सबसे बड़ी समस्या है कि खराब सड़क से दुर्घटनाओं की संभावना भी बढ़ गयी हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार मरम्मत और पुनर्निर्माण के कारण सरकार के आर्थिक संसाधनों पर भी अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। सड़क से प्रभावित स्थानीय निवासियों ने इस गंभीर मुद्दे पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए संबंधित अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों की मांग है कि सड़क निर्माण की गुणवत्ता की जांच की जाए और दोषी ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं, जिससे भविष्य में ऐसी घटिया निर्माण की पुनरावृत्ति न हो।

विकास कार्यों में अनियमितता बर्दाश्त नहींः विधायक कमलेश

इस संबंध में स्थानीय विधायक कमलेश सिंह ने कहा कि विकास कार्यों में अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने विभाग के कार्यपालक अभियंता को इसकी जांच कराने का आदेश दिया है कि किस परिस्थिति में डब्लूएमएम की जगह मिट्टी से गड्ढों को भरा जा रहा है।

ग्रामीण कार्य विभाग, मेदिनीनगर प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता विकास खलखो से सड़क में मिट्टी भरे जाने के संबंध में दूरभाष पर पूछने पर बताया गया कि बीती रात्रि में उनके पास व्हाट्सएप के माध्यम से ग्रामीण ने दर्जनों फोटोग्राफ भेजे हैं। इसकी जांच हेतु कार्य स्थल पर कनीय अभियंता को भेजा गया है। उन्होंने कहा कि सड़क की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं किया जायेगा। अभी कार्य प्रारंभिक दौर में ही है। अगर कार्य में अनियमितता बरती जायेगी तो कार्य के एवज में संवेदक को भुगतान नहीं किया जाएगा और संवेदक के खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की जायेगी।

हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप

   

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