नशे का सेवन कर खुद ही मौत को दावत दे रहा इंसान: राजश्री अपर्णा कुजूर

-विश्व नशा मुक्ति दिवस सह कानूनी जागरुकता शिविर आयोजित

खूंटी, 26 जून (हि.स.)। जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह डीएलएसए अध्यक्ष रसिकेश कुमार के मार्गदर्शन में बुधवार को बिरसा कॉलेज खूंटी में विश्व नशा मुक्ति दिवस सह कानूनी जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया।

उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए डीएलएसए सचिव राजश्री अपर्णा कुजूर ने कहा कि हर साल 26 जून को विश्व स्तर पर नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ नशा निरोधक दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन दुनिया को नशीली दवाओं से मुक्त करने के लिए किए जा रहे कार्यों और सहयोग के विभिन्न प्रयासों का प्रतीक है। इसकी शुरुआत 26 जून, 1989 को हुई।

डालसा सचिव ने कहा कि आज बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक नशे के गुलाम बन चुके हैं। नशा आज स्टेटस सिबंल बन चुका है। कैसी विडंबना है कि मानव को नशे से होने वाली बीमारियों का पता है, फिर भी खुद ही मौत को दावत दे रहा है। महिलाएं भी नशे की गिरफ्त में आ चुकी हैं। यदि इसे नहीं रोका गया तो आने वाले समय में भयावह परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा।

कार्यक्रम में एसडीओ अनिकेत सचान, सिविल सर्जन डॉ नागेश्वर मांझी, कॉलेज की प्राचार्या जे किड़ो के अलावा एनसीडब्ल्यू के सभी सदस्य उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल/चंद्र प्रकाश

   

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