छत्रपति शाहूजी महाराज की सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं में थी शिक्षा: डा. जमुना प्रसाद

- आरक्षण के जनक राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज की मनाई 150वीं जन्म जयंती

मीरजापुर, 26 जून (हि.स.)। मीरजापुर रेलवे स्टेशन के द्वितीय प्रवेश द्वार के सामने पथरहिया में आरक्षण के जनक, महान समाज सुधारक व वंचितों के सच्चे हितैषी राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज की 150वीं जन्म जयंती बुधवार को मनाई गई। अपना दल (एस) के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष इं. रामलौटन बिदं की नेतृत्व में छत्रपति शाहूजी महाराज के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया।

मुख्य अतिथि अपना दल (एस) के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व विधायक डा. जमुना प्रसाद सरोज ने कहा कि छत्रपति शाहू महाराज मराठा के भोंसले राजवंश के राजा और कोल्हापुर की भारतीय रियासतों के महाराजा थे। उन्हें एक वास्तविक लोकतान्त्रिक और सामाजिक सुधारक माना जाता हैं। जाति और पन्थ के बावजूद सभी को प्राथमिक शिक्षा उनकी सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं में से एक थी। छत्रपति शाहूजी महाराज ने 1902 में अपने कोल्हापुर राज्य में कमजोर वर्गों के लिए 50 प्रतिशत का पहला आरक्षण देने का काम किया।

जिलाध्यक्ष ने बताया कि हम सबकी नेता पिछड़ों कमेरों वंचितों एवं समाजिक न्याय की बुलंद आवाज अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण व रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल के निर्देशानुसार प्रदेश के हर जिले में बतौर मुख्य अतिथि नियुक्त किए गए हैं, उनके नेतृत्व में छत्रपति शाहूजी महाराज जी की 150वीं जन्म जयंती दिवस को बड़े हर्ष के साथ मनाया जा रहा है। संचालक उदय पटेल ने किया।

हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/मोहित

   

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