तीन दिनों बाद जब न्यू मार्केट के मुस्लिम बहुत क्षेत्र में पहुंची पुलिस तो ममता ने रोक दिया अभियान

हॉकर्स को दिया एक महीने का समय

कोलकाता, 27 जून (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता सहित पूरे राज्य में फुटपाथ समेत अन्य सरकारी जमीनों पर जबरदस्ती कब्जे को हटाने के सख्त निर्देश दिए थे। उसके बाद पिछले तीन दिनों से पुलिस फुटपाथों को कब्जा मुक्त करने का अभियान चला रही है। न्यू मार्केट, बेहाला, अलीपुर, एसएसकेएम अस्पताल के पास समेत महानगर के कई इलाकों में फुटपाथों पर बनी दुकानों को पुलिस ने बुलडोजर से तोड़ दिया है। जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हुए, लोग रो रहे थे लेकिन पुलिस ने एक न सुनी। हालांकि धर्मतल्ला के सबसे पॉस इलाके ग्रैंड ओबेरॉय होटल के पूरे फुटपाथ को पिछले कई दशकों से कब्जा कर रखा गया है। यहां 90 फ़ीसदी से अधिक मुस्लिम कारोबारी हैं। यहां पास ही में स्थित ऐतिहासिक न्यू मार्केट और हॉग मार्केट के चारों ओर भी इसी तरह से स्थानीय अल्पसंख्यक कारोबारी की ओर से घेर कर जबरदस्ती दुकानें लगाई जाती हैं। बुधवार को यहां पुलिस की टीम खाली करवाने तो पहुंची थी लेकिन अचानक वापस चली गई। इसके बाद गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सुबह-सुबह सचिवालय में इसे लेकर बैठक की और इस अभियान पर रोक लगा दी है।

ममता ने कहा कि हमें किसी का रोजी-रोटी छीनने का हक नहीं है। उन्होंने कहा कि फुटपाथ पर कब्जे के लिए हॉकर दोषी नहीं हैं बल्कि हमलोग दोषी हैं। पुलिस प्रशासन का लोभ बहुत बढ़ गया है। स्थानीय नेता फुटपाथ पर कब्जा करवाते हैं। उन्होंने कहा कि अब अगर कहीं फुटपाथ पर कब्जा होगा तो स्थानीय पार्षद की गिरफ्तारी होगी। इतना ही नहीं और बड़ी घोषणा करते हुए ममता ने कहा कि न्यू मार्केट और ग्रैंड ओबेरॉय होटल के पास जो लोग फुटपाथ पर बिजनेस करते हैं (अधिकतर अल्पसंख्यक समुदाय के हैं), उनके लिए अलग से मार्केट बनाया जाएगा जहां उन्हें बैठने की जगह दी जाएगी।

यहां दुकानें लगाने वाले लोग ग्रैंड ओबेरॉय होटल के सामने ही कारोबार पर अड़े हुए हैं। उनसे गुजारिश करते हुए ममता ने कहा कि आप लोगों को समझना होगा। यह सुरक्षा का मामला है। ग्रैंड ओबेरॉय होटल में देश विदेश से बड़े-बड़े लोग आते हैं जहां सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था होती है। कहीं कोई बात हो गई तो केंद्र सरकार जांच के लिए एनआईए को भेजने लगेगी।

ममता ने कहा कि फिलहाल एक महीने तक फुटपाथ पर कब्जे को हटाने के अभियान को बंद रखा जाएगा। इस समय के भीतर जो लोग भी फुटपाथ पर दुकान लगा रहे हैं, उन्हें कहीं और शिफ्ट हो जाना होगा। अपना सारा सामान हटा लेना होगा। उन्होंने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि कोलकाता के फुटपाथ कब्जा मुक्त रहें और सरकारी जमीनों पर जबरदस्ती कब्जा ना हो। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा

   

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