अर्बन फॉरेस्ट, ग्रीन कवरेज तथा रिसाइकिलिंग से शहरों के सतत विकास का ध्येय पूरा करें : मुख्यमंत्री

-‘इंस्टीट्यूट ऑफ टाउन प्लानर्स, इंडिया – गुजरात चैप्टर’ की द्विदिवसीय कॉन्फ्रेंस

-वेस्टर्न जोन की इस कॉन्फ्रेंस में टाउन प्लानिंग तथा अर्बन डेवलपमेंट से जुड़े लोग सहभागी

गांधीनगर, 29 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में अहमदाबाद में ‘इंस्टीट्यूट ऑफ टाउन प्लानर्स, इंडिया (आईटीपीआई) – गुजरात चैप्टर’ की दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस का प्रारंभ शनिवार से हुआ है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण पर्यावरण के साथ चलना महत्वपूर्ण बन गया है। शहरों में अर्बन फॉरेस्ट तैयार कर तथा ग्रीन कवर बढ़ा कर ग्लोबल वॉर्मिंग के विरुद्ध लड़ना होगा। इसके अतिरिक्त; रिड्यूस, रियूज एवं रिसाइकिलिंग के माध्यम से सर्कुलर इकोनॉमी का निर्माण कर उत्तम सुविधाएँ प्रदान करते हुए शहरों को और अधिक लिवेबल एवं लवेबल बनाने की योजना एवं परिस्थिति का निर्माण भी साथ मिल कर करना आवश्यक है।

उन्होंने मिशन लाइफ की चर्चा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में मिशन लाइफ अभियान शुरू किया गया है। यह अभियान हमें आने वाली चुनौतियों से निपटने में पर्यावरण सुरक्षा के लिए प्रेरणा देता है। हमारी जीवन शैली पर्यावरण को साथ लेकर चलती है। पटेल ने इस अवसर पर विश्वासपूर्वक कहा कि नरेन्द्र मोदी के तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनने से आगामी पाँच वर्षों में हम हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेंगे और आत्मनिर्भरता के लिए सस्टेनेबिलिटी बुनियादी शर्त है। उन्होंने बलपूर्वक कहा कि विकास के सभी कार्यों की नींव में सस्टेनेबिलिटी आवश्यक है। उन्होंने हमारे शहरी आयोजन में भी सतत विकास का ध्येय रखते हुए पर्यावरण संरक्षण से युक्त संतुलित विकास के साथ शहरों को लिवेबल एवं लवेबल तथा सस्टेनेबेल बनाने की हिमायत की।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शहरी विकास को तेज बनाने के लिए ऐसी कॉन्फ्रेंस जैसे आयोजनों द्वारा तय किए गए निर्णयों को राज्य सरकार की ओर से पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे जिम्मेदार नागरिक बनते हुए पर्यावरण जतन तथा विकसित भारत के निर्माण में योगदान दें।

कॉन्फ्रेंस में शहरी विकास विभाग के प्रधान सचिव अश्विनी कुमार ने गौरवपूर्वक कहा कि राज्य के नगरों में वर्षों पुरानी संस्कृति, सभ्यता तथा पौराणिक तत्व हाल में भी देखने को मिलते हैं। वडनगर की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वडनगर की संस्कृति एवं विरासत अत्यंत ही प्राचीन तथा अद्भुत है और वहाँ सभी धर्मों की पौराणिक वस्तुएँ हाल में भी देखने को मिलती हैं। उन्होंने आगे कहा कि अहमदाबाद को फर्स्ट हेरिटेज सिटी का दर्जा मिला, जो हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि राज्य के अनेक शहर अपनी प्राचीन परंपरा के कारण पहचाने जाते हैं। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण का उल्लेख करते हुए कहा कि पर्यावरण को संतुलित रखते हुए विकास के कार्य करने के लिए राज्य सरकार कार्यरत है। अश्विनी कुमार ने कहा कि गुजरात को एक समर्थ एवं प्रबल नेतृत्व मिला है, जिसके कारण शहरी विकास को गति मिली है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में उन्हें निरंतर प्रोत्साहन एवं सकारात्मक सहयोग मिला है।

इस अवसर पर अर्बन प्लानिंग संबंधी हाई लेवल कमिटी (एचएलसी) के चेयरमैन केशव कर्मा ने अपने संबोधन में एचएलसी के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा उसके द्वारा किए जाने वाले कार्यों से सभी को अवगत कराया। वर्मा ने पर्यावरण संरक्षण के साथ औद्योगिक विकास किए जा सकने से जुड़ी रिपोर्ट प्रेजेंटेशन के जरिये प्रस्तुत की। उन्होंने ट्रेन प्रोजेक्ट को लेकर भी चर्चा की। केशव कुमार ने इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा इंडस्ट्री सेक्टर के विषय में भी रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस कॉन्फ्रेंस में शहर की महापौर प्रतिभा जैन, आईटीपीआई के अध्यक्ष एन. के. पटेल, विधायक अमितभाई शाह, जीतूभाई पटेल, कौशिकभाई जैन, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी आर. गोपालन, राजेश रावल सहित टाउन प्लानिंग एवं अर्बन डेवलपमेंट से जुड़े लोग उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ बिनोद/दधिबल

   

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