रतौंधी एवं अंधेपन से बचाव और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में विटामिन ए की भूमिका महत्वपूर्ण

कार्यक्रम में शुभारंभ करते संयुक्त निदेशक

झांसी, 29 जून(हि. स.)। शासन के आदेशानुसार जनपद में विटामिन ए संपूरण कार्यक्रम 2024-25 के पहले चरण का शुभारंभ हो गया है। इसके अन्तर्गत 26 जून से 25 जुलाई तक की कार्ययोजना तैयार करते हुए स्वास्थ्य विभाग तय किए गए लक्ष्य को प्राप्त करने में जुट गया है। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए सयुंक निदेशक डॉ. आर के सोनी ने कहा कि विटामिन ए रतौंधी एवं अंधेपन से बचाव और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

जिला महिला चिकित्सालय पर शनिवार को आयोजित विटामिन ए संपूर्ण कार्यक्रम का शुभारंभ संयुक्त निदेशक डा. आरके सोनी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.सुधाकर पांडे द्वारा संयुक्त रूप से बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाकर किया गया। कार्यक्रम के बारे में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. रविशंकर द्वारा विस्तार से बताया गया।

शासन की ओर से 9 माह से 5 वर्ष तक के 210978 बच्चों को विटामिन ए की खुराक से आच्छादित किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लक्ष्य की प्राप्ति के लिए विकास खंडवार कार्य योजना तैयार की गई है एवं बुधवार व शनिवार को आयोजित होने वाले छाया एकीकृत ग्रामीण शहरी स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस के टीकाकरण सत्रों पर एएनएम द्वारा आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्री के माध्यम से सभी बच्चों को बुलाकर विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि यह अभियान 26 जून से 25 जुलाई तक चलाया जाएगा। संयुक्त निदेशक डा आर के सोनी ने विटामिन ए का महत्व बताते हुए कहा कि विटामिन ए वसा में घुलनशील विटामिन है, जो रतौंधी रोग व अंधेपन से बच्चों को बचाता है।

सीएमओ डा सुधाकर पांडे ने बताया कि 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की निर्धारित 9 खुराक दिए जाने से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोत्तरी होती है और वे स्वस्थ व पोषित रहते हैं। बच्चों का कुपोषण से बचाव होता है।

इस अवसर पर सीएमएस डा राजनारायण, एसीएमओ डा एन के जैन, डा विमलेश, डा प्रशांत निरंजन, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डा विजयश्री शुक्ला, एआरओ लाखन सिंह, यूएनडीपी से गौरव वर्मा, मो तारिक तथा यूनिसेफ से आदित्य जायसवाल, मीरा सोनकर, अमित गावड़े आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/महेश/दीपक/बृजनंदन

   

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