नई पहल : प्रयागराज में गर्भ संस्कार की पाठशाला का शुभारम्भ

-डॉक्टर्स डे के उपलक्ष्य में डॉ कीर्तिका अग्रवाल ने की पहल

प्रयागराज, 01 जुलाई (हि.स.)। गर्भ में पल रहा बच्चा सिर्फ स्वस्थ ही नहीं बल्कि संस्कारवान भी हो यह सपना हर मां-बाप का होता है। लेकिन मां के गर्भ में ही बच्चा संस्कारित हो इसका विशेष ध्यान देना होता है। इसके लिए मां को विशेष रूप से समझना होगा कि आखिर वह गर्भावस्था के दौरान क्या कुछ करे, जिससे उसका लाडला अच्छा संस्कार गर्भ से ही सीखना शुरू कर दे।

उक्त विचार वात्सल्य हॉस्पिटल की निदेशिका डॉ कीर्तिका अग्रवाल ने सोमवार को डॉक्टर्स डे पर नई पहल ‘गर्भ संस्कार की पाठशाला’ का शुभारम्भ करते हुए व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हर माह होने वाली इस पाठशाला में प्रत्येक गर्भवती महिलाओं के सवालों का जवाब एक्सपर्ट द्वारा मिलेगा।

डॉ कीर्तिका अग्रवाल ने बताया कि “मां को चाहिए कि गर्भावस्था के दिनों में वह ऐसा करे ताकि उसका बच्चा बिल्कुल स्वस्थ और तेज हो। गर्भ संस्कार का मतलब है गर्भावस्था में खुद को भावनात्मक, मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक तौर पर अच्छी स्थिति में रखना। ताकि गर्भ में पल रहे शिशु पर अच्छा प्रभाव पड़े। गर्भावस्था में संगीत सुनना, सेहतमंद भोजन करना, योग करना, ध्यान और प्रार्थना करना, सकारात्मक सोच रखना और तनाव मुक्त रहना चाहिए।“

जगत तारन गोल्डेन जुबली पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या सुष्मिता कानूनगो ने कहा कि डॉ कीर्तिका अग्रवाल के सौजन्य से “गर्भ संस्कार” की पाठशाला की शुरूआत डॉक्टर्स डे के मौके पर हो रही है। वात्सल्य सभागार में दोपहर 3 बजे महिलाएं शामिल हो सकती हैं। यहां गर्भवती महिलाओं के सवालों के जवाब तो मिलेंगे ही साथ ही एक्सपर्ट उन्हें गर्भ संस्कार से जुड़ी तमाम जानकारियां भी देंगे। इस कार्यशाला में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. कीर्तिका अग्रवाल के साथ-साथ, योग प्रशिक्षिका, डायटिशियन आदि मौजूद रहेंगी।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्याकान्त/आकाश

   

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