मदरसों में पढ़ रहे गैर मुस्लिम बच्चों को मिलेगी औपचारिक शिक्षा

- मुख्य सचिव ने जारी किए दिशा निर्देश

- अनमैपड मदरसों को चिंहित करते हुए कराई जाएगी मैपिंग

मीरजापुर, 01 जुलाई (हि.स.)। अनमैपड मदरसों की मैपिंग करवाकर उनमें भी प्रवेशित बच्चों को औपचारिक शिक्षा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। मदरसों में पढ़ने वाले गैर मुस्लिम बच्चों का प्रवेश सरकारी, वित्त पोषित व मान्यता प्राप्त स्कूलों में कराया जाएगा। जनपद में पांच सहायता प्राप्त मदरसा, 42 स्थाई मान्यता प्राप्त मदरसा के साथ ही कुल 209 मदरसे संचालित हो रहे हैं।

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से सरकारी वित्त पोषित मदरसों में प्रवेशित गैर मुस्लिम बच्चों को औपचारिक शिक्षा प्रदान करने के लिए स्कूल में प्रवेश दिलाया जाएगा। इस बाबत मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी व अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किया है। इसमें गैर मुस्लिम बच्चों को दाखिला देने वाले सभी सरकारी, वित्त पोषित व मान्यता प्राप्त मदरसों की गहन जांच की जाएगी। जांच में ऐसे मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों का भौतिक सत्यापन भी शामिल होना चाहिए। जांच के बाद ऐसे सभी बच्चों को औपचारिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए स्कूलों में दाखिला कराया जाएगा। सभी अनमैपड मदरसों की मैपिंग करवाकर मदरसों में नामांकित सभी बच्चों को औपचारिक शिक्षा प्रदान करने के लिए तत्काल प्रभाव से स्कूलों में प्रवेश दिलाए।

जिला अल्पसंख्यक अधिकारी रमेशचंद ने बताया कि जनपद में संचालित अनुदानित व मान्यता प्राप्त मदरसों में अध्ययनरत बच्चों की सूचना यू डायस पोर्टल पर अतिशीघ्र फीड कराई जाए।

हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/बृजनंदन

   

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