उप्र के 75 गांवों में होंगे पर्यटन विकास के कार्य, आर्किटेक्ट बनायेंगे योजना

उप्र के 75 गांवों में होंगे पर्यटन विकास के कार्य, आर्किटेक्ट बनायेंगे योजना

कुशीनगर, 04 जुलाई (हि.स.)। भारत सरकार के केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने ग्रामीण पर्यटन विकास योजना के तहत प्रदेश के 75 गांवों का चयन किया है। इनमें कुशीनगर जनपद के कुड़वा दिलीपनगर व पिपराझाम का चयन हुआ है। जल्द ही आर्किटेक्ट टीम इन गांवों में पहुंचकर सर्वे आदि कर योजना बना सरकार के समक्ष प्रस्तुत करेगी।

कसया के कुड़वा दिलीपनगर में कुलकुला देवी स्थान, तीन नदियों-हिरण्यवती, कुकुत्था व सोनरा का संगम, दो सौ एकड़ का जंगल, कुड़वा दिलीप नगर के पूर्व जमींदार परिवार की नई पर्यटन नीति में हेरिटेज होटल के लिए प्रस्तावित 150 वर्ष पुरानी हवेली, केले की खेती, प्राचीन परंपरागत विधि से विविध प्रकार के घरेलू व कृषि में उपयोग में आने वाले उपकरण बनाने वाले लोहार, मूंज से सामान बनाने वाले शिल्पकारों को शामिल किया गया है। जबकि पिपराझाम में मंदिर और पोखरा, मिट्टी, मूंज व बांस से विभिन्न प्रकार के सामान बनाने वाले शिल्पकार हैं। इसी तरह विविधता समेटे अन्य जिलों के गांव शामिल हैं।

आर्किटेक्ट टीम इन्हें भारतीय व विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षण बनाने के लिए कार्य करेगी। योजना के तहत शिल्पकारों की बेहतरी के लिए संसाधन भी उपलब्ध कराया जाएगा। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा इन गांवों का प्रचार-प्रसार किया जाएगा ताकि पर्यटक यहां तक आ सकें।

क्षेत्रीय पर्यटक अधिकारी रविंद्र मिश्र ने बताया कि जल्द ही भारत सरकार द्वारा गठित आर्किटेक्ट टीम इन गांवों का दौरा कर योजना तैयार करने का कार्य करेगी। इसके लिए आर्किटेक्ट नियुक्त कर दिए गए हैं।

गत वर्ष हुआ था चयन

भारत सरकार के केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा ग्रामीण पर्यटन विकास को लेकर बेस्ट विलेज काम्पिटिशन में गांवों का चयन किया गया था । पर्यटन विभाग कृषि एवं ग्राम्य पर्यटन की अवधारणा को साकार करने के लिए इन गांवों में आधारभूत संसाधनों का विकास करेगा। पर्यटकों को गांवों की तरफ आकर्षित करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों तैयार किए जाने की योजना है। ताकि पर्यटक सांस्कृतिक विविधिता, खान-पान, वेशभूषा, स्थानीय कला, हस्तशिल्प तथा विभिन्न विशेषताओं से परिचित हो सकें।

हिंदुस्थान समाचार/गोपाल/बृजनंदन

   

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