श्रीअन्न की खेती से समृद्ध होगी किसानी, बढ़ेगी आय : सूर्यप्रताप शाही

- श्रीअन्न के जनजागरूकता के लिए निकाली मिलेट्स रोड शो

- कृषि मंत्री ने हरी झंडी दिखाकर प्रचार वाहन किया रवाना

- अधिकारियों संग बैठक कर कृषि विभाग के कार्यों की ली जानकारी

मीरजापुर, 04 जुलाई (हि.स.)। प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व पटल पर भारत के श्रीअन्न के महत्व को दुनिया के सामने रखा। इससे पिछले 2023 में अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष मनाने का राष्ट्र संघ ने प्रस्ताव पास कर 100 से अधिक देशो में श्रीअन्न की खेती को बढ़ाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि श्रीअन्न की खेती से किसानी तो समृद्ध होगी ही, खेत के साथ मानव स्वास्थ्य भी सुधरेगा।

कृषि मंत्री ने सबसे पहले विंध्याचल धाम पहुंचकर मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन किया। तत्पश्चात मंत्री ने अष्टभुजा निरीक्षण गृह पर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (न्यूट्रीसिरियल घटक) अन्तर्गत कृषि विभाग की ओर से आयोजित जनपद स्तरीय श्रीअन्न रोड शो एवं जनजागरूकता अभियान के प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

अष्टभुजा डाकबंगला पर गुरुवार को कृषि विभाग के अधिकारियों संग बैठक के दौरान कृषि मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश श्रीअन्न राज्य पुर्नरोद्धार के अंतर्गत अगले चार वर्षों तक के लिए कार्यक्रम निर्धारित किया है। इसके तहत श्रीअन्न को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश भर में अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष प्रदेश सरकार ने लगभग 50 हजार से अधिक किसानों को निरूशुल्क मिनी किट उपलब्ध कराया था। इस बार भी लगभग एक लाख किसानों को मिनी किट उपलब्ध करवाया जा रहा है। इसका उपयोग श्रीअन्न के प्रचार-प्रसार के साथ कुपोषण के समाधान के लिए आम आदमी के जीवन में लाया जा सकेगा।

गांव-गांव जाकर श्रीअन्न के महत्व बताएंगे प्रचार वाहन, कुपोषण से दिलाएंगे निजात

गुरुवार को विंध्याचल से अधिकारियों ने मीरजापुर के सभी ब्लाकों के ग्रामीण अंचलों में श्रीअन्न के महत्व व उत्पादकता बढ़ाने के दृष्टिगत प्रचार वाहनों का रोड शो निकालकर जागरूकता अभियान प्रारंभ किया। यह सभी गाड़ियां ग्रामीण अचंलों में पहुंचकर लोगों को जागरूक करेंगी। उन्होने कहा कि यह खरीफ का मौसम श्रीअन्न के लिए अनुकूल मौसम है। श्रीअन्न कम वर्षा व कम पानी में पैदा होने वाला अन्न है। इसको लगाने से जहां किसानों की आमदनी बढ़ेगी वहीं, इसके प्रयोग से कुपोषण की समस्या का भी समाधान होगा। श्रीअन्न का उपयोग पोषण आहार समाधान के रूप में किया जा सकता है। उन्होंने प्रदेश के किसानों को अधिक से अधिक श्रीअन्न की खेती करने पर बल दिया।

उन्होंने कहा कि एपीओ व कृषि केंद्रों पर श्रीअन्न के बीज उपलब्ध कराए गए हैं। लगभग एक हजार करोड़ रूपये के न्यूनतम समर्थन मूल्य के माध्यम से श्रीअन्न की खरीददारी की गई है। उन्होंने किसानों को आश्वस्त करते हुए कहा कि जो किसान ज्वार, मढ़ुहा, बाजरा, कोदव की पैदावार करेंगे उन्हें प्रदेश सरकार सहयोग प्रदान करेगी। इसके लिए कृषि प्रसंस्करण ईकाईयों पर आवश्यकतानुसार धनराशि उपलब्ध कराई गई है।

अयोध्या में होगा तीन दिवसीय गोष्ठी, देशभर से जुटेंगे किसान

उन्होंने कहा कि नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या में आगामी 19 जुलाई को स्वास्थ्य एवं पोषण आहार पर तीन दिवसीय गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। इसमें देश के प्रतिष्ठित किसान के अलावा प्रदेश के भी किसान उपस्थित रहेंगे। जो किसान श्रीअन्न का उत्पादन कर रहे हैं उनसे अपील करते हुए कहा कि रसायन मुक्त खेती कर लोगों के स्वास्थ्य वर्धन की दिशा में सहयोग करें।

विभिन्न योजनाओं की ली जानकारी, परखी प्रगति

कृषि मंत्री ने नगर विधायक रत्नाकर मिश्र, मड़िहान रमाशंकर सिंह पटेल, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, संयुक्त निदेशक कृषि डॉ. अशोक उपाध्याय व कृषि विभाग के अन्य सभी अधिकारियों के साथ बैठक कर योजनाओं के प्रत्येक बिंदुओं पर जानकारी ली। बैठक में खरीफ वर्ष 2024 में सामान्य बीज वितरण एवं प्रदर्शन के लिए लक्ष्य एवं आवंटन, मिनी किट वितरण, खरीफ 2024-25 में उर्वरकों का लक्ष्य उपलब्ध एवं वितरण की स्थिति, विंध्याचल मंडल के तीनों जनपदों में सोलर फोटोवोल्टैक इरीगेशन पंप की स्थापना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रगति एवं सॉइल हेल्थ एवं फर्टीलिटि एवं फार्मर रजिस्ट्री प्रगति की बिन्दुवार समीक्षा कर प्रगति लाने के निर्देश दिए।

व्हाटसएप ग्रुप बना योजनाओं का करें प्रचार-प्रसार, शासन को भेजें खरीफ फसलों की कार्ययोजना

उन्होंने विभागीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए कृषि अधिकारियों को व्हाटसएप ग्रुप बनाने व अधिक से अधिक कृषि योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खरीफ फसलों के लिए अगले वर्ष के लिए कार्ययोजना बनाकर पहले से ही शासन में भेजा जाए। मंत्री ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत प्रभावित कृषक लाभार्थियों को अधिक से अधिक लाभान्वित किया जाए। फसल का मुआवजा किसानों को समय से उपलब्ध कराया जाए। शत-प्रतिशत किसानों का किसान क्रेडिट कार्ड कृषि विभाग के अधिकारी बैंको से समन्वय स्थापित कर बनवाना सुनिश्चित करें। उन्होने जनपद व मीरजापुर, सोनभद्र व भदोही में सोलर पम्प वितरण व प्राप्त लक्ष्य के बारे में जानकारी ली। मंत्री ने जिलाधिकारी से कहा कि फार्मर रजिस्ट्री के प्रगति की समीक्षा स्वयं कृषि विभाग व पशुपालन विभाग की बैठक कर करें, ताकि इसमें प्रगति लायी जा सके। उन्होने तीनों जनपदों के अधिकारियों से यूरिया व अन्य उरवरकों की उपलब्धता व डिमांड के बारे में जानकारी ली।

हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/मोहित

   

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