रोहतक: हिट एंड रन कानून के विरोध में रोडवेज कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन

नया कानून से चालकों को रोड पर गाड़ी चलाना हो जाएगा मुश्किल, सरकार से तुंरत वापिस लेने की मांग

रोहतक, 1 जुलाई (हि.स.)। हरियाणा रोडवेज सांझा मोर्चा ने केन्द सरकार द्वारा लाए गए हिट एंड रन कानून के विरोध में रोष प्रदर्शन किया और तुंरत इस कानून को वापिस लेने की मांग की। रोडवेज कर्मचारियों ने कहा कि हिट एंड रन कानून लागू होने से दुर्घटना की स्थिति में चालकों पर सात लाख तक जुर्माना और दस साल तक की जेल हो सकती है, इससे चालकों को रोड पर गाड़ी चलाना मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि गलती चाहे किसी कि भी हो सजा और जुर्माना तो चालक को ही भुगतना पड़ेगा।

रोडवेज कर्मचारियों ने कहा कि यह कानून वाहन चालकों के लिए अभिशाप साबित होगा, सरकार या तो इसे वापिस ले अन्यथा इस कानून में संशोधन करे। सोमवार को हरियाणा रोडवेज सांझा मोर्चा के बैनर तले काफी संख्या में रोडवेज कर्मचारी नए बस स्टैड पर एकत्रित हुए और हिट एंड रन कानून के विरोध में प्रदर्शन किया। सांझा मोर्चा के जयकुंवार दहिया, सुमेर सिवाच, दिनेश हुड्डा, गिरिराज, सुरेश नहरा, राजेश ने बताया कि ऐसे बहुत से मामले सामने आते रहे है जिनमें किसी के द्वारा बस, ट्रक या अन्य वाहन के नीचे घुसकर आत्महत्या कर ली जाती है, या अन्य व्यक्ति कि लापरवाही से भी दुर्घटना होती है, तो ऐसे में अगर चालक वहां रुकता है तो भीड़ द्वारा पिट पिट कर मार दिया जाता है।

अगर अपनी जान बचाने के लिए भागेगा तो केंद्र सरकार का नया क़ानून सात लाख तक का जुर्माना और दस साल के लिए चालक को सलाख़ों के पीछे धकेल देगा, जिससे केवल चालक ही नहीं बल्कि उसके माता पिता पत्नी बच्चे यानी पूरे परिवार का जीवन ही बर्बाद हो जाएगा। इसलिए इस कानून में संशोधन अत्यंत जरूरी है, अगर सरकार इस क़ानून को वापिस नहीं लेगी या इसमें संशोधन नहीं करेगी तो पूरे देश में विरोध प्रदर्शन और आंदोलन किया जायेगा। ये क़ानून देश के हर उस व्यक्ति पर लागू होगा जिनके पास वाहन चलाने का लाइसेंस है और वो रोड पर किसी भी तरह का वाहन चलाते है, चाहे फिर वो सरकारी हो या निजी हो। साथ ही सांझा मोर्चा ने सरकार के साथ हुए स्वीकृत समझौते के तहत मांगों को भी जल्द पूरा करने की मांग की।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल/संजीव

   

सम्बंधित खबर