पर्यावरण संरक्षण के लिए सॉलिड और तरल बेस्ट का वैज्ञानिक तरीके से निपटान आवश्यक

मंडी, 05 जुलाई (हि.स.)। अतिरिक्त उपायुक्त मंडी रोहित राठौर ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी विभाग बेस्ट प्रबंधन के लिए जन-जन को जागरूक करने के लिए ठोस कदम उठाना सुनिश्चित करें। उन्होंनेें राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के विभिन्न विचाराधीन और निपटाए गए मामलों के लिए बनाई गई जिला स्तरीय समिति की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में सुंदरनगर की वायु गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की गई। इसके साथ ही ब्यास नदी की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए किए जाने वाले कार्यों की भी समीक्षा की गई।

उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए सॉलिड और तरल बेस्ट का वैज्ञानिक तरीके से निपटारा आवश्यक है। सभी विभाग इस संबंध में हुई प्रोग्रेस की जानकारी हर माह देना देना सुनिश्चित करें ताकि एनजीटी द्वारा दिए गए आदेशों की अक्षरश: अनुपालना सुनिश्चित हो।

उन्होंने बताया कि एनजीटी के दिशा निर्देशों के अनुसार जिला में सॉलिड वेस्ट प्रबंधनए विशेषकर प्लास्टिक वेस्ट प्रबंधन पर गंभीरता से कार्य हुआ है। उन्होंने बताया कि मंडी जिला के शहरी क्षेत्रों में घर-घर जाकर गीला और सूखा कूड़ा एकत्रित किया जा रहा है तथा उसका वैज्ञानिक निस्तांतरण किया जा रहा है।

रोहित राठौर ने शहरी निकायों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने कार्यक्षेत्र में चिन्हित डंपिंग साइट पर पैनी नजर रखी जाए। वहीं, सडक़ के साथ अवैध डंपिंग करने वाले शरारती तत्वों के खिलाफ नकेल कसी जाए। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि भूजल प्रबंधन प्रणाली के अंतर्गत समयबद्ध तरीके से ठोस कदम उठाए जाएं। कहा कि जिला के विविध स्थानों पर बोरवेल लगाने से पहले संबंधित व्यक्ति से पंजीकरण समेत तमाम औपचारिकताएं पूरी कराना सुनिश्चित बनाएं। जहां पहले से बोरवेल लगे हुए हैं, उनसे नियमानुसार पंजीकरण शीघ्र करवाए जाएं। स्वास्थ्य महकमे से उन्होंने कहा कि जैव अपशिष्ट जल ,बायो बेस्ट वाटर का सही तरीके से निस्तारण किया जाए। वहीं, स्वास्थ्य व वन महकमें को अपने कार्यक्षेत्र में समयबद्ध सभी लक्ष्यों को पूरा करने को भी कहा।

उन्होंने मंडी जिले के सभी महकमों को निर्देशित किया कि आपसी तालमेल से भू.खनन माफिया पर शिकंजा कसा जाए।

हिन्दुस्थान समाचार/ मुरारी/सुनील

   

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