भारत की प्रथम महिला विद्यालय संस्थापिका सावित्री बाई फूले की जयंती मनाई

हल्द्वानी, 03 जनवरी (हि.स.)। भारत की प्रथम महिला विद्यालय संस्थापिका सावित्री बाई फूले की जयंती के अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी एससी विभाग के उपाध्यक्ष इन्दर पाल आर्य के बागजाला गौलापार स्थित कार्यालय में सावित्री बाई फुले की जयंती मनाई गई।

प्रदेश उपाध्यक्ष इन्दर पाल आर्य ने सावित्री बाई फुले की प्रतिमा में पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि सावित्रीबाई फुले भारत की महानायिका हैं, जब 173 साल पहले महिलाओं को स्कूल भेजने को पाप माना जाता था उस दौर में सावित्रीबाई फुले जी ने अपने पति ज्योतिराव गोविंदराव फुले के साथ मिलकर महिलाओं के हित की लड़ाई लड़ी और सन 1852 में महिलाएं के लिए एक विद्यालय की स्थापना की।

भारतीय समाज में व्याप्त छुआ-छुत, सती प्रथा ,बाल विवाह, विधवा विवाह निषेध जैसी कुरीतियों के विरुद्ध आजीवन लड़ाई ली और महिलाओं की विशेष अधिकार दिलवाने में अपना अहम योगदान दिया साथ ही उन्होंने ने कहा कि सावित्री बाई फुले का जीवन अत्यधिक कठिनाइयों से भरा रहा ऐसे महान विभूतियों को आदर्श मानकर आज के युवाओं को ऐसे महान विभूतियों के बारे में जाना चाहिए और इन्हें आदर्श बनाकर महिलाओं के प्रति सम्मान रखना चाहिए उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए।

कार्यक्रम में देवेंद्र प्रताप आर्य,लक्कू आर्य, हेमन्त पाल आर्य, गुडु पाल आर्य, अंकित पाल आर्य, अंशु आर्य आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/अनुपम गुप्ता/रामानुज

   

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