मुख्यमंत्री महिला उद्यमिता अभियान शुरू करेगी असम सरकार

- असम सरकार का ग्रामीण महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए पहल

गुवाहाटी (असम), 08 जनवरी (हि.स.)। असम सरकार ने मुख्यमंत्री महिला उद्यमिता अभियान की शुरुआत के साथ ग्रामीण महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह पहल, जिसे असम राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एएसआरएलएम) द्वारा कार्यान्वित किया जाना है। इसका उद्देश्य ग्रामीण महिला उद्यमियों को वित्तीय सहायता प्रदान करना, आत्मनिर्भरता और आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देना है। मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा ने गुवाहाटी में आयोजित असोमी सरस मेले की अभूतपूर्व उपलब्धि की सराहना करते हुए इसकी शुरुआत की है। मुख्यमंत्री ने आज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, यह एक अभूतपूर्व उपलब्धि है और हमारी महिला उद्यमियों की क्षमता को दर्शाती है। इस क्षमता को बढ़ाने के लिए हम मुख्यमंत्री महिला उद्यमिता अभियान शुरू कर रहे हैं, जहां हम स्वयं सहायता समूहों की 40 लाख महिला सदस्यों को आर्थिक रूप से समर्थन देने जा रहे हैं।

यह योजना महिला सशक्तिकरण का समर्थन करने के लिए असम सरकार के अन्य प्रयासों का पूरक है। उदाहरण के लिए, स्व-कलिता योजना आय-सृजन गतिविधियों के लिए वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण प्रदान करके महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की सहायता पर केंद्रित है। इसके अतिरिक्त, माजोनी योजना असम में निराश्रित विधवाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जिससे उन्हें उनकी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलती है। असम सरकार द्वारा शुरू की गई एक और उल्लेखनीय योजना स्वनिर्भर नारी है, जिसे 13 जनवरी, 2022 को मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा द्वारा पेश किया गया था। यह महत्वाकांक्षी कार्यक्रम असम में बुनकरों को सशक्त करता है, जिसका लक्ष्य उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।

ये पहल राज्य की अर्थव्यवस्था में महिलाओं की भूमिका बढ़ाने और यह सुनिश्चित करने के लिए असम सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है कि उनके पास उद्यमियों के रूप में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक संसाधन हों। मुख्यमंत्री महिला उद्यमिता अभियान जैसी योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को समर्थन देकर राज्य एक अधिक समावेशी और समृद्ध समाज के निर्माण के लिए ठोस कदम उठा रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश/अरविंद

   

सम्बंधित खबर