ख्वाजा साहब के 812वें उर्स का झंडा चढ़ा, उर्स की अनौपचारिक शुरुआत

अजमेर, 8 जनवरी(हि.स)। ख्वाजा साहब के 812वें उर्स का झंडा ख्वाजा गरीब नवाज मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के मुख्य बुलंद दरवाजे पर सोमवार को विधि विधान से शान ओ शोकत के साथ पूरे सुरक्षा इंतजामों के बीच चढ़ा दिया गया। भीलवाड़ा के गौरी परिवार के द्वारा बुलंद दरवाजे पर झंडा चढ़ाकर उर्स की अनौपचारिक शुरुआत की गई। रजब महीने का चांद दिखाई देने पर 12 या 13 जनवरी की रात से उर्स की विधिवत शुरुआत होगी।

झंड़े की रस्म के दौरान बड़ी संख्या में जायरीन की भीड़ मौजूद रही। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला कलक्टर डॉ भारती दीक्षित, पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट और अधिकारियों सहित पुलिस व आरएसी का अतिरिक्त जाब्ता तैनात रहा।

मेरा ख्वाजा हिंद का राजा और नारा ए तकबीर आदि की सदाओं के बीच शान ओ शौकत के साथ गाजेबाजे और सूफियाना कलाम की अदायगी के साथ झंडे का जुलूस अस्र की नमाज के बाद गरीब नवाज गेस्ट हाउस से शुरू हुआ। जुलूस में बड़ी संख्या में जायरीन मौजूद थे। गौरी परिवार के सदस्य झंडा उठाए हुए थे। दरगाह गेस्ट हाउस, लंगर खाना गली, नला बाजार और दरगाह बाजार में झंडे के जुलूस को देखने के लिए बड़ी संख्या में अकीदतमंदों की भीड़ जमा थी। इरशाद रिफाई की अगुवाई में कलंदर व मलंग हैरत अंग्रेज करतब पेश करते हुए चल रहे थे। सबसे आगे ढोल वादक थे।

गौरतलब है कि रजब का चांद दिखाई देने पर 12 या 13 जनवरी से और इसकी विधिवत शुरुआत होगी। अंजुमन सैयदजादगान के उर्स कन्वीनर सैयद हसन हाशमी ने बताया कि चांद रात 12 जनवरी को है। इस दिन तड़के साढे बजे जन्नती दरवाजा खुलेगा। शाम को रजब का चांद नजर आ गया तो यह दरवाजा 18 तक लगातार खुला रहेगा। अन्यथा रात को बंद कर दिया जाएगा और 13 को फिर खुलेगा। यदि 12 जनवरी को रजब महीने का चांद दिखाई दे गया तो रात से ही गरीब नवाज के उसे की महफिल शुरू हो जाएगी। दरगाह दीवान सैयद जैनुअल आबेदीन अली खान की सदारत में महफिल होगी। मध्य रात्रि को गुस्ल दिया जाएगा। 12 को चांद नहीं होने पर 13 की रात से ये रसूमात शुरू होंगी। उर्स मेले में इस बार 400 से ज्यादा पाक जायरीन के आने की संभावना है। जिला प्रशासन के द्वारा सेंट्रल गर्ल्स स्कूल में व्यवस्था की गई है।

हिन्दुस्थान समाचार/संतोष/संदीप

   

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