राज्यपाल ने सुरेंद्र पाल टीटी का त्यागपत्र स्वीकार किया, एमएलए चुने जाने से पहले मंत्री बनाए गए थे

जयपुर, 8 जनवरी (हि.स.)। राजस्थान में विधायक चुने जाने से पहले मंत्री बनाए गए सुरेंद्र पाल सिंह टीटी करणपुर विधानसभा सीट से चुनाव हार गए हैं। भाजपा प्रत्याशी और राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को कांग्रेस के रुपिंदर सिंह कुन्नर ने 11 हजार 283 वोटों से हराया है। सोमवार को नतीजे आने के बाद राज्यपाल कलराज मिश्र ने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा द्वारा अग्रेषित राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सुरेंद्र पाल सिंह टीटी के त्यागपत्र को तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया।

सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को विधायक बनने से पहले ही भाजपा ने सरकार में राज्य मंत्री बना दिया था। राजस्थान में ऐसा पहली बार हुआ है, जब विधायक बनने से पहले मंत्री बने नेता चुनाव हार गए हों। नवंबर में हुए राजस्थान के विधानसभा चुनाव में श्रीकरणपुर सीट पर चुनाव कांग्रेस प्रत्याशी के निधन के कारण टाल दिया गया था। कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीतसिंह कुन्नर के निधन के बाद करणपुर विधानसभा सीट पर 25 नवंबर को चुनाव नहीं हुआ था। कांग्रेस ने यहां कुन्नर के बेटे रुपिंदर सिंह कुन्नर को चुनाव में उतारा था। राजस्थान में 200 विधानसभा सीटों पर भाजपा को 115, कांग्रेस को 70 सीट, बाप को तीन, बसपा को दो, रालोद को एक, रालोपा को एक और आठ सीटों पर निर्दलीय जीते थे।

टीटी को विधायक बनने से पहले भजनलाल सरकार में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया था और चार अहम विभाग भी दिए गए थे। इस मामले में कांग्रेस नेताओं ने चुनाव आयोग में आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत दर्ज कराई थी। भाजपा के सत्ता में आने के बाद भजनलाल सरकार की यह पहली बड़ी परीक्षा थी। डॉ. भीमराव अंबेडकर गवर्नमेंट पीजी कॉलेज में सोमवार को मतगणना हुई थी। इस सीट पर पांच जनवरी को मतदान हुआ था। चुनाव जीतने से पहले ही भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को भजनलाल सरकार में मंत्री बनाने से यह सीट चर्चा में बनी हुई थी। परिणाम से तय हो गया कि अब टीटी मंत्री पद पर बरकरार नहीं रहेंगे। इस चुनाव परिणाम पर पूरे प्रदेश की नजरें टिकी थीं।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर

   

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