जनता के अति महत्व के मुद्दों को संसदीय प्रक्रिया के तहत सदन में उठायें : सुरेश पचौरी

- पूर्व सांसद राज्यसभा सुरेश पचौरी ने प्रबोधन कार्यक्रम को किया संबोधित

भोपाल, 9 जनवरी (हि.स.) । राज्यसभा के पूर्व सांसद सुरेश पचौरी ने कहा कि संसदीय प्रक्रिया का पूरा ज्ञान होने पर हम जनता के अति महत्वपूर्ण मुद्दों को सदन में उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक सदस्य का मर्यादित व्यवहार उसकी पहचान को प्रभावशाली बनाता है। पूर्व सांसद पचौरी ने मंगलवार को भोपाल में मध्यप्रदेश विधानसभा में 16वीं विधानसभा के नव-निर्वाचित प्रबोधन कार्यक्रम को संबोधित किया। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर भी मौजूद थे।

पूर्व सांसद पचौरी ने कहा कि निर्वाचित सदस्य पर आम जनता की उम्मीदे रहती हैं। इसके लिये सदस्यों का व्यवहार सदन में गरिमापूर्ण होना चाहिये। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का विश्वास हासिल कर सदस्य अधिक से अधिक जनहित के मुद्दे सदन में रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि सदन में अपनी छवि को प्रभावशाली बनाने के लिये विषय पर गहन अध्ययन होना जरूरी है। उन्होंने सदस्यों को स्थगन, ध्यानाकर्षण और अविलम्ब लोक महत्व की सूचना के महत्व पर जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा संदर्भ और लायब्रेरी के मामले में देश में विशिष्ट पहचान रखती है। उन्होंने नये सदस्यों को पुरानी विधानसभा की कार्यवाहियों का भी अवलोकन निरंतर करते रहने की बात कही। पचौरी ने उम्मीद जाहिर की कि विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर के कार्यकाल में मध्यप्रदेश विधानसभा अपनी संसदीय प्रणाली के क्षेत्र में उच्च मापदण्ड स्थापित करेगी।

पचौरी ने प्रबोधन कार्यक्रम में अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर के अनुभव की भी चर्चा की। पचौरी ने कहा कि स्थगन और अविलम्ब लोक महत्व की सूचना प्रदेश में अति महत्वपूर्ण घटना के संदर्भ में दी जाती है। यह सूचना यदि सही प्रक्रिया के तहत विधानसभा सचिवालय में पहुँचती है, तो अध्यक्ष द्वारा इस पर चर्चा कराये जाने की अनुमति जरूर दी जाती है। उन्होंने सदन के नव-निर्वाचित सदस्यों को सदन की कार्यवाही में पूरी उपस्थिति के साथ मौजूद रहने की सलाह भी दी।

हिन्दुस्थान समाचार / उमेद/नेहा

   

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