धार्मिक यात्राओं में भी भ्रष्टाचार करने वालों पर कार्रवाई जरूरी : मनवीर चौहान

-चमोली जिप अध्यक्ष को हटाना धामी सरकार का भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार

-उच्च न्यायालय के आदेश पर हुई जांच के बाद कार्रवाई नियम सम्मत

देहरादून, 11 जनवरी (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चमोली जिला पंचायत अध्यक्ष को हटाए जाने को संविधान सम्मत ठहराते हुए भ्रष्टाचार पर धामी सरकार का कड़ा प्रहार बताया है। साथ ही कहा कि नंदा राजजात जैसी धार्मिक यात्राओं के प्रबंधन में घोटालों के दोषियों को सजा मिलनी ही चाहिए ।

पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि जिन्होंने भगवान से जुड़ी नंदा राजजात यात्रा के प्रबंधन में भी भ्रष्टाचार को प्रश्रय दिया हो उन पर कार्यवाही होना जरूरी है।

पूर्व में हुई जांच में यह उजागर हुआ था कि किस तरह इस धार्मिक यात्रा से जुड़े कार्यों में नियम विरुद्ध अधिक बोली लगाने वाले अपने चहेतों को तत्कालीन ज़िला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी ने ठेके आवंटित किये। साथ ही समिति की अनुशंसा के विपरीत अपनी सुविधा से यात्रा मार्ग पर निर्माण करवाए गए। जिलाधिकारी स्तर की इस जांच में दोषी पाए जाने के बाद उन्हें जनवरी में शासन द्वारा पद से हटाया गया था। जांच उच्च न्यायालय के आदेश पर ही की गई है।

हालांकि नैनीताल हाई कोर्ट ने फरवरी में इस आदेश पर रोक लगाई थी, लेकिन दोषमुक्त नहीं किया था। इस तकनीकी आपत्ति को दूर करते हुए शासन के निर्देश पर मंडलायुक्त ने आरोपित श्रीमती भंडारी को जुलाई और अगस्त में दो बार अपने पक्ष में तथ्य रखने का मौका दिया था। उनके पक्ष को अनंतिम रूप से सुनने के बाद भी इस पूरे प्रकरण में गंभीर अनियमितताओं की पुष्टि हुई है। यही वजह है कि पंचायती राज नियमावली का पालन करते हुए कमिश्नर की जांच रिपोर्ट के आधार पर चमोली जिला पंचायत अध्यक्ष को हटाया गया है।

मनवीर ने कांग्रेस के आरोपों को बेबुनियाद और भ्रष्टाचार को संरक्षण देने वाला बताते हुए कटाक्ष किया कि उनके नेता ऐसे गलत काम ही क्यों करते हैं कि हटाने की नौबत आये।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में भाजपा सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। जिसके तहत किसी भी तरह के गड़बड़ी घोटालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होना तय है।

एक के बाद एक भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेसियों के मामले ही सामने आते हैं क्योंकि वह भ्रष्टाचार को प्रश्रय देने में अग्रणी है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अपने नेताओं से उनकी संलिप्तता को लेकर सवाल पूछना चाहिए। जनता ने भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड के लिए भाजपा को वोट दिया था और हमारी सरकार इसी संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/रामानुज

   

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