राज्य में जन सहभागिता से स्वच्छता अभियान व्यापक स्तर पर चलाएं : मुख्यमंत्री

-शहरों को स्वच्छता रैंकिंग में ऊपर लाने के लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाई जाए

-जनपद और ब्लॉक स्तर पर जन उपयोगी पुस्तकों की लाइब्रेरी बनाई जाए

देहरादून, 13 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री ने शनिवार को उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों को राज्य में स्वच्छता अभियान व्यापक स्तर पर चलाने के निर्देश देते हुए कहा कि शहरों को स्वच्छता रैंकिंग में ऊपर लाने के लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाई जाए।

मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उच्च स्तरीय बैठक लेते हुए कहा कि स्वच्छता के प्रति जागरूकता के साथ ही इसके लिए जन सहभागिता भी सुनिश्चित की जाय।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में करोड़ों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं। यह सुनिश्चित किया जाये कि देवभूमि उत्तराखंड की स्वच्छता का संदेश देश- दुनिया तक जाए। शहरों के सौंदर्यीकरण और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की दिशा में भी निरंतर कार्य किए जाये। उन्होंने कहा कि जन सहभागिता से ही जन सरोकारों से संबंधित अभियान सफल होते हैं, स्वच्छता अभियान में भी जन सहभागिता और सामाजिक संगठनों का पूरा सहयोग लिया जाये।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि एक साल के अंदर देहरादून, हरिद्वार, रुद्रपुर, हल्द्वानी और कोटद्वार को स्वच्छता रैंकिंग में ऊपर लाने के लिए सुनियोजित योजना बनाकर कार्य किए जाय। जिन राज्यों में स्वच्छता के लिए अच्छे कार्य हुए हैं, उन राज्यों की बेस्ट प्रैक्टिस को भी अपनाया जाये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बुके नहीं बुक की संस्कृति बनाई जाये, विभिन्न कार्यक्रमों और अतिथियों को भेंट करने के लिए बुके के स्थान पर बुक भेंट की जाय। हर जनपद और ब्लॉक में एक-एक लाइब्रेरी बनाई जाय। लाइब्रेरी में जन सामान्य और प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वालों के लिए के लिए उपयोगी पुस्तकों की व्यवस्था की जाये।

उन्होंने कहा कि खेलों को बढ़ावा देने और युवाओं को नशा मुक्त अभियान से जोड़ने के उद्देश्य से स्कूलों में खेल मैदानों को सुदृढ़ करने के लिए शिक्षा विभाग से समन्वय कर विकास प्राधिकरण और नगर निकाय कार्य करें, ताकि शैक्षणिक समय के बाद इन खेल मैदानों का खेल प्रेमियों की सुविधा के लिए बेहतर उपयोग हो सके।

उन्होंने कहा कि सरकारी आयोजनों में खाने की बर्बादी न हो, खाने के दुरुपयोग को रोकने के लिए प्रभावी कार्य योजना बनाई जाय। निजी समारोहों में खाने के दुरुपयोग को रोकने के लिए भी जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए।

बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव शैलेश बगोली, विनय शंकर पाण्डेय, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, एडीजी ए. पी अंशुमन, महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश

/रामानुज

   

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