फौज का सिपाही नहीं होता तो मैं मंत्री भी नहीं होता : गणेश जोशी

बल वेटरन दिवस की पूर्व संध्या पर मिलन समारोह कार्यक्रम आयोजित।

देहरादून, 13 जनवरी (हि.स.)। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने शनिवार को एक कार्यक्रम में कहा कि भारत की सेना का सैनिक होना गर्व की बात है। मैं फौज का सिपाही नहीं होता तो मंत्री भी नहीं होता।

न्यू कैंट रोड स्थित शासकीय आवास पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी की ओर से भारतीय सहस्त्र बल वेटरन दिवस की पूर्व संध्या पर मिलन समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर मंत्री ने वेटनर्स डे में वीरता पदक धारकों और वयोवृद्ध सैनिकों को श्रीराम का पटका पहनाकर सम्मानित किया तथा नए वर्ष की डायरी भेंट की।

सैनिक कल्याण मंत्री ने वेटनर्स डे के मौके पर सभी के बलिदानों को भावपूर्ण स्मरण करते हुए कहा कि जिन्होंने हमारी स्वतंत्रता की विरासत को संरक्षित करने के लिए समुद्र, हवा और विदेशी तटों पर बहादुरी से लड़ाई लड़ी भारतीय सैनिकों का समर्पण और बलिदान हमारे लिए अद्वितीय है।

सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि एक पूर्व सैनिक होने के नाते आपकी सेवा के लिए आपको धन्यवाद देना मेरे लिए सम्मान की बात है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का संचालन कर रही है। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सेना के सशक्तिकरण किया जा रहा है। आज ना केवल हमारे सैनिक अत्याधुनिक हथियारों और सुविधाओं से लैस हैं, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा है।

सेना का सैनिक होना गर्व की बात है। मैं फौज का सिपाही नहीं होता तो मैं मंत्री भी नहीं होता, मेरी पृष्ठ भूमि फौज से रही है। मंत्री ने सभी पूर्व सैनिकों से अनुरोध करते हुए कहा कि हमारी पारिवारिक जिम्मेदारी के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारी भी निभाना जरूरी है।

समारोह में कई वायु सेना, थल सेना और नौसेना के पूर्व सैनिकों ने सेना में देश सेवा के दौरान अपने अनुभवों को साझा किया। मेजर जनरल सम्मी सभरवाल ने सेना के दौरान अपने अनुभव साझा किए।

जनरल देवेश अग्निहोत्री ने कहा कि सैनिक के लिए देश सर्वाेपरि है, उन्होंने कहा हमें गर्व है हम अलग है। सभी पूर्व सैनिक अपनी मर्यादाओं का ध्यान रखें। कर्नल क्षेत्री ने कहा कि मंत्री जोशी एक पूर्व सैनिक होने के नाते सैनिकों के सम्मान और उनकी समस्या के निराकरण के लिए हमेशा सजग रहते हैं।

कार्यक्रम के विशेष अतिथि पूर्व आर्मी कमाण्डर ले. जनरल योगेन्द्र डिमरी ने कहा कि पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए चाहे संपदा कार्यालय हो या फिर कैंटीन, सैनिक विश्राम गृहों के निर्माण सहित अनेकों कार्य तेजी के साथ किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में रहे वेटरन के लिए भी कुछ करने की आवश्यकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत आवश्यकता को वेटरन के माध्यम से कैसे पहुंचे, इस पर मंथन की आवश्यकता है।

मेजर जनरल केडी सिंह ने सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी को सुझाव देते हुए कहा कि प्रदेश में आपदा जैसी घटनाएं अक्सर देखने को मिलती है। उन्होंने एक वेलफेयर बनाने तथा एक सैनिक कोष बनाने का सुझाव दिया ताकि जरूरत पड़ने पर आमजन के काम आ सके। जिसपर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने एक पूर्व सैनिक वेलफेयर कोष बनाने और 05 लाख रुपये देने की कोष के लिए घोषणा की।

इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री जोशी ने भारतीय सेना के सभी सैनिकों और उनके परिवारों को 8वें वैटरन दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा वेटनर्स डे, भारतीय सेना के पहले भारतीय कमांडर इन चीफ (सी-इन-सी) फील्ड मार्शल के.एम. करियप्पा, जिन्होंने 1947 के युद्ध में भारतीय सेना को जीत दिलाई थी।

उन्होंने कहा पहला वैटनर्स-डे 14 जनवरी, 2016 को मनाया गया था और हमारे सशस्त्र बल पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के सम्मान में इस तरह के संवादात्मक कार्यक्रमों की मेजबानी करके हर साल इस दिन को मनाने का निर्णय लिया गया था। उन्होंने कहा यह दिन वेटनर्स डे के रूप में मनाया जाता है और यह पूर्व सैनिकों को समर्पित है।

इस अवसर पर ले. जनरल योेगेन्द्र डिमरी, वाइस एडमिरल विनय बधवार, मेजर जनरल सम्मी सभरवाल, मेजर जनरल देवेश अग्निहोत्री, मेजर जनरल ओम प्रकाश सिंह राणा, मेजर जनरल केडी सिंह, वाइस एडमिरल अनुराग थपलियाल, ब्रिगेडियर के.जी. बहल, बिग्रेडियर जे.एन.एस बिष्ट, कर्नल आएएस भंडारी, शमशेर बैंग बिष्ट, टीडी मडिया, कैप्टन आनन्द सिंह राणा, के धनीराम नैनवाल, कैप्टन कैलाश चंद्र, ले. कर्नल बीएम थापा, कर्नल जीएस चंद्र, कर्नल आरएस क्षेत्री, बीपी शर्मा, कर्नल एमएस जोधा, कैप्टन डीके प्रधान, सुखदेव गुरुंग सहित कई लोग उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश

/रामानुज

   

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